नई दिल्ली। साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लग रहा है। इस दिन बुध पूर्णिमा का पर्व पड़ रहा है। आपको बताते चलें जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आती है, तब ग्रहण लगता है। जबकि ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण काल को अशुभ माना जाता है। ग्रहण काल के ठीक 12 घंटे पहले सूतक काल लगता है। जिसमें मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है। ग्रहण काल में इसका प्रभाव राशियों पर भी देखने को मिलता है। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, किन-किन कार्यों से बचना चाहिए।
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वजनदार चीजों का भी न करें इस्तेमाल
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि सूर्य ग्रहण या फिर चंद्र ग्रहण में खासकर गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देना चाहिए। चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को वजनदार चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं भूल कर भी उन्हें धारदार चीजों को नहीं छूना चाहिए। ऐसा करने से मां और गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है। चंद्र ग्रहण के दौरान तनाव से मुक्ति के लिए भगवान का जप करना चाहिए। इस दौरान गृह क्लेश और विवाद से बचना चाहिए। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के दिन भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए।