Written & Edited By Sanjay Kumar Srivastava
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नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने असम के दीमा हसाओ जिले के सुदूर औद्योगिक शहर उमरंगसो में फंसे खनिकों को बचाने के लिए विशेष टीम को तैनात किया है। इस टीम में एक अधिकारी और ग्यारह नाविक शामिल हैं, जिसमें अत्यधिक प्रशिक्षित क्लीयरेंस डाइवर्स शामिल हैं जो गहरे पानी में गोता लगाने और बचाव कार्यों में कुशल हैं।
गुवाहाटी में भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ले. कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि टीम इस संवेदनशील मिशन के लिए पूरी तरह तैयार है। खोज और बचाव के लिए गहरे गोताखोरी उपकरण और पानी के भीतर रिमोट संचालित वाहन (आरओवी) जैसे विशेष उपकरण लेकर काम कर रही है। तत्काल और प्रभावी बचाव के लिए भारतीय सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय नागरिक प्रशासन के साथ परस्पर समन्वय के साथ प्रयास कर रही है।
भारतीय नौसेना की टीम विशाखापत्तनम से 7 जनवरी को भारतीय वायुसेना के विमान से घटनास्थल पर पहुंची। गहन खोज एवं बचाव अभियान जारी है। बचाव अभियान में सभी संबंधित एजेंसियों के साथ नियमित रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय नौसेना संकट के समय त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह आपात स्थितियों में जीवन की रक्षा तथा राष्ट्र को सहयोग देने के अपने संकल्प को दर्शाती है।
मालूम हो कि असम के पास दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो क्षेत्र में सोमवार को कोयला खदान में पानी भरने के बाद नौ श्रमिक फंस गए थे। बुधवार सुबह सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने बचाव अभियान के दौरान खदान से एक शव बरामद किया। खदान में अभी भी आठ श्रमिक फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ के कमांडेंट एन तिवारी ने बताया कि श्रमिकों को निकालने के लिए 24 घंटे काम चल रहा है। जल्द ही हम श्रमिकों तक पहुंच जाएंगे। अभी सेना की टीम भी यहां काम कर रही है। नौसैनिक भी यहां पहुंचकर बचाव कार्य में लग गए हैं।