पंजाब के बटाला में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मिला मिसाइल का टुकड़ा, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
पंजाब के बटाला क्षेत्र में चल रहे एक महत्वपूर्ण सुरक्षा ऑपरेशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान एक खेत से मिसाइल का टुकड़ा मिलने की खबर ने हड़कंप मचा दिया है। यह घटना गुरुवार सुबह सामने आई जब खेतों में खुदाई के दौरान ग्रामीणों को धातु का एक अजीबो-गरीब टुकड़ा मिला, जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत स्थानीय प्रशासन को दी।
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सूचना मिलते ही पंजाब पुलिस, बम निरोधक दस्ता, भारतीय सेना, और रक्षा खुफिया एजेंसियां मौके पर पहुंचीं और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि यह टुकड़ा संभवतः किसी पुराने या टेस्ट किए गए मिसाइल का हिस्सा हो सकता है। हालांकि, जांच एजेंसियों का कहना है कि इस टुकड़े की वास्तविक पहचान और इसका स्रोत अभी जांच के दायरे में है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर‘ पंजाब पुलिस और केंद्र की खुफिया एजेंसियों द्वारा चलाया जा रहा एक सुरक्षा अभियान है, जिसका उद्देश्य राज्य में छिपे गैर-कानूनी हथियारों, विस्फोटकों और संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना है। इस ऑपरेशन के तहत विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में गहन जांच और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
इस ऑपरेशन के तहत बटाला में जिस क्षेत्र से मिसाइल का टुकड़ा मिला है, वह पाकिस्तान सीमा के करीब स्थित है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चिंता और अधिक बढ़ जाती है। एजेंसियां इस पहलू की भी जांच कर रही हैं कि कहीं यह क्रॉस-बॉर्डर तस्करी या आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा मामला तो नहीं है।
सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता
मौके पर पहुंचे बम स्क्वॉड ने त्वरित रूप से उस टुकड़े को निष्क्रिय किया और उसे जांच के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) को सौंप दिया गया। फिलहाल पूरे इलाके को सैन्य निगरानी में रखा गया है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं और तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
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ग्रामीणों में दहशत, प्रशासन ने की अपील
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने लोगों को आश्वस्त किया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और डरने की कोई जरूरत नहीं है। बटाला के एसएसपी ने बताया कि यह कोई ताजा हमला नहीं है, बल्कि कोई पुराना विस्फोटक सामग्री भी हो सकता है, जो अब तक जमीन में दबा हुआ था।
सुरक्षा विशेषज्ञों की नजर
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि सीमावर्ती इलाकों में इस प्रकार की घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील होती हैं। ऐसे क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी, गुप्त सुरंगों के माध्यम से प्रवेश, और आतंकी नेटवर्क की संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं। इसलिए इस खोज को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
जांच जारी, केंद्र सरकार ने मांगी रिपोर्ट
इस घटना पर केंद्र सरकार ने भी संज्ञान लिया है और गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, सेना और DRDO को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस टुकड़े की बनावट, प्रकार और इस्तेमाल की तकनीक की गहराई से जांच करें ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके।