लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत छह वर्ष में छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। आज उत्तर प्रदेश की नियुक्ति प्रक्रिया पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता है।
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अपने नागरिकों के साथ शासन की योजनाओं और नौकरियों में भेदभाव करना सबसे बड़ा पाप है। जो सरकारें प्रदेश की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोकतीं थी, जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है।
सीएम योगी ने गुरुवार को लोकभवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित नवनियुक्त अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया।
उन्होंने कहा कि 2021 से 2023 के बीच लगभग 55 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया है। सीएम योगी ने नव नियुक्त अधिकारियों को वर्तमान सरकार की कार्यशैली के बारे में बताते हुए कहा कि प्रदेशभर से जुड़ी हुई समस्याएं किसी ना किसी रूप में आपके पास आएंगी। हमारा प्रयास होना चाहिए कि एक फाइल एक टेबल पर 3 दिन से अधिक न रहे।
दो करोड़ से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से भी जोड़ा गया
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सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 19 फीसदी से ज्यादा थी। विगत छह वर्ष में हमारी सरकार प्रदेश में बेरोजगारी दर को कम करने में सफल रही है। दो करोड़ से अधिक युवाओं को हम लोगों ने स्वरोजगार के साथ जोड़ने का काम भी किया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा आयोग बनाने जा रही हैं। इसके तहत उच्चतर शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा चयन आयोग की प्रक्रिया को जोड़ देंगे।