चंबल नदी में नेस्टिंग समय पूरा होने पर घड़ियाल के अंडों से बच्चे बहार निकलना शुरू हो गए हैं, घड़ियाल अप्रैल-मई में अंडे देते हैं। एक मादा घडियाल 20 से 35 के बीच में अंडे देती हैं, जो कि चंबल के किनारे ही रेत में अंडों को दबा देती हैं।
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2 महीने तक मादा घड़ियाल करती है बच्चों देखभाल
अंडों से घड़ियाल के बच्चे निकलने के बाद करीब 2 महीने तक घड़ियाल मादा अपने बच्चों की देख-रेख में रहते है, इस दौरान बच्चों को भोजन मुहैया कराती है, और सभी प्रकार की मदद करती है, 2 महीने तक बच्चों के इर्द गिर्द ही घूमती रहती है, सेल्फ डिफेंस होने के बाद बच्चों से दूर हो जाती है।
घड़ियाल प्रजाति का बढ़ रहा दिनों-दिन कुनबा
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इस समय चंबल नदी में मौजूदा वक्त में लगभग ढाई हजार घड़ियाल प्रजाति का कुनबा है, इसके अलावा करीब 1000 मगरमच्छ और एक दर्जन डॉल्फिन मौजूद हैं, चंबल नदी का पानी जलीय जीवों के अनुकूल होने की वजह से हर प्रजाति के जलीय जीवों की बंश वृद्धि हो रही है, चंबल नदी सबसे स्वच्छ और साफ होने की वजह से जलीय जीवों की जान के लिए खतरा नहीं रहता है।