नई दिल्ली। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) द्वारा नंदिनी सहकार योजना वित्तीय सहायता, परियोजना निर्माण, हैंड-होल्डिंग और क्षमता विकास की महिला केंद्रित रूपरेखा है। जिसका उद्देश्य NCDC के दायरे में महिला सहकारी समितियों को व्यवसाय मॉडल आधारित गतिविधियों को शुरू करने में सहायता करना है। महिला सहकारी समितियों द्वारा परियोजनाओं को वित्तीय सहायता की कोई न्यूनतम या अधिकतम सीमा नहीं है।
पढ़ें :- Pakistan से बढ़ते तनाव के बीच PM Modi की हाई लेवल मीटिंग, रणनीतिक फैसलों की चर्चा तेज
नंदिनी सहकार योजना प्रधान मंत्री द्वारा उल्लिखित आत्मनिर्भर भारत के सिद्धांतों के साथ खुद को संरेखित करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। यह योजना महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सहायता की एक रूपरेखा है। यह महिला सहकारी समितियों के माध्यम से महिलाओं की उद्यमशीलता व गतिशीलता का समर्थन करता है।
यह महिलाओं के उद्यम, व्यवसाय योजना निर्माण, क्षमता विकास, ऋण और सब्सिडी और अन्य योजनाओं की ब्याज छूट के महत्वपूर्ण इनपुट को एकत्रित करता है। एनसीडीसी की फंडिंग परियोजना आधारित है। नंदिनी सहकार योजना के तहत बिहार में किसी भी महिला सहकारी समिति से अभी तक कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।
हालांकि संचयी रूप से 31 मार्च 2024 तक एनसीडीसी ने देशभर में विशेष रूप से महिलाओं द्वारा प्रचारित सहकारी समितियों के विकास के लिए 6426.36 करोड़ की वित्तीय सहायता वितरित की है। यह बातें सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।