जेनेवा, 15 जनवरी। कोरोना से जूझती पूरी दुनिया को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से उम्मीद की किरण दिखाई दी है। दुनिया के शीर्ष स्वास्थ्य निकाय WHO ने कोरोना की दो नई दवाओं को मंजूरी दी है। जिनमें से एक दवा गंभीर मरीजों और एक सामान्य मरीजों के लिए है।
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Today’s recommendations – the eighth update of WHO’s living guidelines on therapeutics and #COVID19, are based on evidence from seven trials involving over 4,000 patients with non-severe, severe, and critical COVID-19 https://t.co/UAc21Wgxbl https://t.co/Z39mSKrOv5
— World Health Organization (WHO) (@WHO) January 14, 2022
विश्व स्वास्थ्य संगठन के शीर्ष दिशानिर्देश विकास समूह (गाइडलाइन डेवलपमेंट ग्रुप) के विशेषज्ञों ने कहा कि गंभीर रूप से कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroid) के साथ इस्तेमाल की जाने वाली गठिया की दवा बारिसिटिनिब (Baricitinib) कारगर साबित हुई है। इस दवा का इस्तेमाल प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रक्त व अस्थिमज्जा कैंसर के मरीजों के इलाज में भी होता है। WHO की टीम ने सामान्य कोविड मरीजों के लिए सोट्रोविमैब (Sotrovimab) के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। ये उन मरीजों के लिए प्रभावी साबित हो सकती है, जिनमें कोरोना तो गंभीर स्थितियों में नहीं है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में जोखिम वाले हैं। इनमें मधुमेह और कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले मरीज और बुजुर्ग शामिल हैं।
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नई दवाओं के मंजूरी से कोरोना संकट में उम्मीद की किरण
WHO तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर खासा परेशान है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में अगले दो महीनों में आधे यूरोप के कोरोना की चपेट में आने की भविष्यवाणी की गयी थी। इन स्थितियों में नई दवाओं के मंजूरी से कोरोना संकट से जूझ रहे चिकित्सक समूहों में उम्मीद की किरण जगी है। उनका मानना है कि इन दवाओं के कारण मरीजों के जिंदा बचने की संभावनाएं बढ़ेंगी। साथ ही कोरोना पीड़ितों के लिए वेंटिलेटर की जरूरत में भी कमी आएगी।