अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड के सभी शहरों में लोगों में नाराजगी दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.ये जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी है.बता दें कि अंकिता का शव 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद किया गया था. अंकिता भंडारी की कथित रूप से रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के पास चीला नहर में धका देकर हत्या कर दी थी. इससे पहले, अंकिता की गुमशुदगी के मामले में 23 सितंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिन्होंने पूछताछ में उसकी हत्या की बात स्वीकार की थी.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने न्यायालय से अनुरोध किया हुआ है कि मामले की जल्द से जल्द सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बना दिया जाए. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इस तरह की घटना सहन करने योग्य नहीं है, दोषियों को कठोर से कठोर सजा के लिए हमने कोर्ट से अनुरोध किया है.
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनतारा रिजॉर्ट में 19 साल की अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. इस मामले में मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है. घटना के सामने आने के बाद भाजपा ने आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.