रायपुर। छत्तीसगढ़ में रमन सरकार और भूपेश सरकार के बीच सियासत देखी जा रही है।जिसमें रमन सरकार के 15 साल का कार्यकाल है और 5 साल भूपेश बघेल के। कांग्रेस बीजेपी के 15 साल पर सवाल उठा रही हैं।वही बीजेपी भूपेश बघेल की सरकार को लेकर घेर रही हैं।
पढ़ें :- दिल्ली चुनाव परिणामों का विश्लेषण: बड़े सबक और राजनीतिक प्रभाव:
रमन सरकार की 15 साल की नाकामियों को बताएगी कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि जनता के बीच में जाकर रमन सरकार की 15 साल की नाकामियों को गिनायेंगे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां काफी तेज हो गई है। इलेक्शन कमीशन द्वारा सितंबर माह में चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लगाया जा सकता है।
इस बीच कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं के साथ राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दाैरा कार्यक्रम भी लगभग तय हो चुका है। बड़े नेताओं के दाैरे के बीच भाजपा और कांग्रेस में अपने-अपने कार्यकाल और घोषणा पत्रों के वायदों को लेकर सियासत एक बार फिर तेज हो गई है।
सत्तापक्ष की कांग्रेस सरकार ने भाजपा की पूर्व सरकार के घोषणा पत्रों का लिस्ट दिखाते हुए 15 साल के कार्यकाल में कितने वायदे भाजपा ने पूरे किए और कितने वायदे पूरे नहीं किए इस पर भाजपा को आईना दिखाया। वहीं इस बीच भाजपा ने कांग्रेस की भूपेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदेश की जनता को छलने का आरोप लगाया है।