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कारगिल विजय दिवस पर जम्मू पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बलिदानियों के परिजनों से की भेंट

By इंडिया वॉइस 

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जम्मू, 24 जुलाई। कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू-कश्मीर के बलिदानियों को नमन करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले रविवार को जम्मू पहुंचे। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम के तत्वावधान में जम्मू के गुलशन ग्राउंड में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जम्मू पहुंचने पर राजनाथ सिंह ने सबसे पहले बलिदानियों के परिजनों से भेंट की। कारगिल वाॅर मेमोरियल में 24 से 26 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा.

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आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने और कारगिल दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को कार्यक्रम का आयोजन जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम द्वारा किया गया है। इसमें भाग लेने के लिए जम्मू संभाग के सांबा, आरएसपुरा, राजौरी और पुंछ से सबसे अधिक बालिदानियों के स्वजन पहुंचे हैं। कश्मीर से भी बलिदानियों के परिवार आए हुए हैं। रक्षामंत्री के दौरे के मद्देनजर गुलशन ग्राउंड से सटे पुलिस मुख्यालय और सामने ट्रांजिट कैंप एवं अन्य सैन्य प्रतिष्ठानों समेत आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

इस मौके पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमारी सेना ने हमेशा देश के लिए यह सर्वोच्च बलिदान दिया है। 1999 के युद्ध में हमारे कई वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, मैं उन्हें नमन करता हूं।’

साथ ही कहा “1962 में चीन ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया। तब पंडित नेहरू हमारे देश के प्रधानमंत्री थे। मैं उनकी मंशा पर सवाल नहीं उठाऊंगा। इरादे अच्छे हो सकते हैं, लेकिन यह नीतियों पर लागू नहीं होता है। मैं भी एक विशेष राजनीतिक दल से आता हूं, लेकिन मैं भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करना चाहता। किसी की नीतियों को लेकर तो हम आलोचना कर सकते हैं, लेकिन किसी की नीयत को लेकर सवाल नहीं उठा सकते। हालांकि, आज का भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है।”

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