दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 : इस बार राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुकी हैं। तीनों पार्टियां न केवल सत्ता में आने के लिए प्रयासरत हैं, बल्कि जनता के बीच अपनी मजबूत स्थिति बनाने की भी पुरजोर कोशिश कर रही हैं।
पढ़ें :- शराब की दुकान में धारदार हमला — सेल्समैन पर चाकू और हॉकी स्टिक से जानलेवा वार
9 प्रमुख सीटों पर बड़ा उलटफेर संभव
इस बार की लड़ाई में दिल्ली की 9 प्रमुख सीटें चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। इनमें बिजवासन, छतरपुर, शालीमार बाग, आदर्श नगर, कस्तूरबा नगर, कृष्णा नगर, पटपड़गंज, लक्ष्मीनगर, और बदरपुर शामिल हैं। इन सीटों पर परिणामों से पूरे चुनावी परिदृश्य पर असर पड़ सकता है।
पढ़ें :- जम्मू-कश्मीर में सर्वदलीय बैठक: आतंकवाद और शांति प्रक्रिया पर एकजुट हुई राजनीति
उम्मीदवारों पर आपराधिक मामलों का प्रभाव
इस बार के चुनाव में उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि भी एक बड़ा मुद्दा बन गई है। रिपोर्ट के अनुसार, AAP के 58.5% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कांग्रेस के 41.5% और बीजेपी के 28% उम्मीदवार भी इस श्रेणी में आते हैं। यह आंकड़े मतदाताओं के निर्णय को प्रभावित कर सकते हैं।
वादों की भरमार
तीनों पार्टियों ने जनता को आकर्षित करने के लिए बड़े-बड़े वादे किए हैं:
पढ़ें :- दिल्ली चुनाव परिणामों का विश्लेषण: बड़े सबक और राजनीतिक प्रभाव:
- AAP: 200 यूनिट मुफ्त बिजली, 20,000 लीटर मुफ्त पानी, और महिलाओं के लिए ₹2100/माह।
- कांग्रेस: ₹2500/माह और 300 यूनिट मुफ्त बिजली।
- BJP: ₹2500/माह, ₹500 में गैस सिलेंडर, और अन्य मुफ्त सुविधाएं।
प्रमुख उम्मीदवारों पर नजर
- नई दिल्ली सीट: पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी सीट बरकरार रखने की कोशिश में हैं।
- मालवीय नगर: आप के सोमनाथ भारती को भाजपा के सतीश उपाध्याय और कांग्रेस के जितेंद्र कुमार कोचर से कड़ी चुनौती मिल रही है।
- बल्लीमारान: आप के इमरान हुसैन, कांग्रेस के हारून यूसुफ और भाजपा के कमल बागरी के बीच मुकाबला दिलचस्प होने वाला है।
चुनावी मुद्दों पर गरमाई राजनीति
एक हालिया फर्जी बम धमकी ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। आप और भाजपा इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं। भाजपा इसे कानून-व्यवस्था की विफलता बता रही है, जबकि आप इसे राजनीति से प्रेरित हमला कह रही है।
पढ़ें :- दिल्ली में ‘यमुना जहर’ विवाद: राजनीति, चुनावी चालें और सच्चाई की पड़ताल
दिल्ली के भविष्य का फैसला
2025 का यह चुनाव केवल सत्ता का सवाल नहीं है, बल्कि यह दिल्ली के भविष्य की दिशा तय करेगा। मतदाताओं के पास इस बार एक बड़ा निर्णय लेने का अवसर है।
आपकी क्या राय है? क्या दिल्ली में सत्ता परिवर्तन होगा या फिर अरविंद केजरीवाल की पकड़ मजबूत रहेगी? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं।