पटना में डेंगू का कहर फैल रहा है की वजह से कई मरीज बीमार हुए हैं और उनका इलाज अस्पताल में अभी तक जारी है जितना हो गया है कि पटना में सबसे ज्यादा मरीजों में डेंगू की कहर की वृद्धि देखी गई है वही डीआइजी राजीव रंजन के अंगरक्षक 35 वर्षीय रंजीत कुमार तेज बुखार आने के बाद घर के नजदीक स्थित सगुना मोड़ स्थित एक छोटे अस्पताल में इलाज करा रहे थे।
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हालत बिगड़ने के बाद उन्हें शुक्रवार को रूबन मेमोरियल अस्पताल रेफर किया गया था। डेंगू का उचित प्रबंधन नहीं होने से रंजीत कुमार के कई अंगों ने सेप्टीसीमिया व शाक सिंड्रोम के कारण काम करना बंद कर दिया था। इसके साथ ही पटना में डेंगू के 403 नए रोगी मिले।
बताया कि कोरोना की तरह डेंगू का भी कोई उपचार नहीं है। लक्षणों के आधार पर इसका उपचार किया जाता है। रंजीत कुमार तेज बुखार के कारण नजदीकी अस्पताल में भर्ती थे। उचित प्रबंधन नहीं के कारण जब मल्टी आर्गन फेल्योर हो गया, उसके बाद रूबन पहुंचे थे।
इसके साथ ही जिले में डेंगू रोगियों की संख्या बढ़कर 3443 हो गई है। वहीं, मंगलवार को पीएमसीएच में 332 लोगों की जांच में 197 और एनएमसीएच में 197 की जांच में 73 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 133 नए रोगियों में से 37 अजीमाबाद अंचल, 16 बांकीपुर अंचल, कंकड़बाग, पटनासिटी और पाटलिपुत्र में चार-चार और नूतन राजधानी अंचल में 2 डेंगू मरीज मिले हैं।
डेंगू की कहर के चलते पटना की स्थिति काफी खराब है हर तरफ डेंगू के कहर के चलते काफी लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं डेंगू का कहर गंदे पानी साफ सफाई ना होने के कारण यह डेंगू के मच्छर पैदा होते हैं गंदगी के चलते मच्छर जगह-जगह हो जाते हैं डेंगू के मच्छर पैदा ना हो इस बात का खास ध्यान रखें अपने घर में साफ सफाई रखें और जमा हुआ पानी ना रखें क्योंकि जमे हुए पानी से ही डेंगू के मच्छर की पैदाइश होती है