मेरठ। यूपी के मेरठ जिले के दौराला-चिरौड़ी गांव में गुरुवार को आर्थिक तंगी के चलते पिता जोगेंद्र प्रजापति ने बेटी खुशी (16) के साथ विषाक्त पदार्थ खा लिया। दोनों को गंभीर हालत में उपचार के लिए मोदीपुरम के एसडीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली।
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चिरौड़ी गांव निवासी जोगेंद्र प्रजापति पत्नी लता के साथ मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। जोगेंद्र की तीन बेटियां खुशी (16), शीतल (13) व शिवानी (10) और बेटा शिवम (8) व रजत (5) है। बेटी खुशी ने गांव स्थित सरस्वती शिक्षा निकेतन से 10वीं की पढ़ाई पूरी की थी। मृतक जोगेंद्र किसी तरह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था, लेकिन यह नाकाफी था। मृतक आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। गुरुवार को दंपती मजदूरी के लिए चला गया। दोपहर में जोगेंद्र घर पर खाना खाने आया।
उस दौरान बेटी खुशी ही घर पर मौजूद थी और बाकी बच्चे गांव में खेल रहे थे। दोनों ने आर्थिक तंगी के चलते जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। इसी बीच पत्नी लता भी घर पहुंची और उसे दोनों के जहरीला पदार्थ खाने की जानकारी हुई। लता के शोर मचाने पर पड़ोसी एकत्रित हुए और आनन फानन में दोनों को मोदीपुरम के एसडीएस अस्पताल लेकर पहुंचे। उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।