नई दिल्ली, 01 मार्च। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने घोषणा की कि देश के 704 सक्रिय वन स्टॉप सेंटर पर महिलाओं को आत्मरक्षा (सेल्फ डिफेंस) की प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपदाग्रस्त महिलाओं को चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक सलाह, कानूनी सहायता के साथ आत्मरक्षा करने के भी उपाय बताए जाएंगे। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक सप्ताह के कार्यक्रमों की घोषणा करते समय विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उक्त घोषणा की।
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PM @narendramodi Ji in his recent Mann Ki Baat shared his thoughts on International Women’s Day and India’s giant strides towards Women-led Development. @MinistryWCD today launched Women’s Day week with @BPRDIndia on the theme ‘Safety & Security of Women’. pic.twitter.com/zqOwAasfQH
— Smriti Z Irani (@smritiirani) March 1, 2022
स्मृति ईरानी ने कहा कि हमारा मंत्रालय महिलाओं और बच्चों की सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में कई योजनाओं की शुरुआत कर रहा है। इसी कड़ी में देश के सभी वन स्टॉप सेंटर में आत्मरक्षा के प्रशिक्षण की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं की सभी योजनाओं को एकीकृत करके तीन योजनाओं की शुरुआत 2 अप्रैल से की जा रही है। इसमें सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण (2.0) योजना के तहत ICDS, आंगनवाड़ी सेवाओं, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए चलने वाली कई योजनाएं शामिल की गईं हैं।
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1 से 8 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय महिला सप्ताह
गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय 1 से 8 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय महिला सप्ताह मनायेगा। इस दौरान महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न विषयों पर सोशल मीडिया अभियान चलाया जाएगा। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के सहयोग से महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा की जाएगी। 2 मार्च को संकटग्रस्त महिलाओं की सहायता के लिए बनाए गए ‘वन स्टॉप’ केंद्रों की भूमिका पर प्रकाश डाला जाएगा।
3 मार्च को ‘विमेन ऑफ टूमॉरो’ विषय पर समारोह
3 मार्च को ‘विमेन ऑफ टूमॉरो’ विषय पर समारोह किया जायेगा। इस दौरान “यंग विमेन इन स्टेम – अपॉरट्यूनिटीज, चैलेंजेस एंड सॉल्यूशंस” जैसे विषयों पर पैनल चर्चा होगी। 4 और 5 मार्च को बाल अधिकार संरक्षण राज्य आयोगों के साथ दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा, जिसमें बाल अधिकार से जुड़े सम-सामयिक विषयों पर चर्चा होगी।
7 मार्च को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और यूनिसेफ इंडिया मिलकर ‘बैक टू स्कूल’ अभियान की शुरूआत करेंगे। ये आयोजन ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ के क्रम में किया जाएगा और स्कूल बीच में छोड़ देने वाली लड़कियों को समर्थन देने का विषय इसके केंद्र में होगा। अंतिम दिन, यानी 8 मार्च को दो प्रमुख आयोजन होंगे – नारी शक्ति पुरस्कार और महिला पुलिस प्रतिनिधियों के लिये अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सम्मेलन। इसमें सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की महिला पुलिस की प्रतिनिधि हिस्सा लेंगी।