नई दिल्ली। आई फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आई फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) एक वायरल इंफेक्शन है, जिसकी वजह से आंखें लाल हो जाती हैं और सूजन आने लगती है।
पढ़ें :- उदयपुर लोकसभा क्षेत्र में दिख रहा दिलचस्प मुकाबला: क्या बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस लगा पाएगी सेंध
आंखों में खुजली और दर्द होने लगता है। कई बार लोगों को आई फ्लू की वजह से धुंधला भी दिखने लगता है। अब सवाल उठता है कि आई फ्लू आंखों के लिए कितना खतरनाक है। क्या इससे आंखें खराब होने और अंधेपन का भी खतरा है।
डॉक्टर के मुताबिक आई फ्लू वायरस की वजह से आंखों में होने वाला इंफेक्शन है, जिसकी वजह से लोगों को कई दिनों तक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह फ्लू आंखों के लिए खतरनाक नहीं होता है।
अधिकतर लोगों का आई फ्लू एक सप्ताह के अंदर ठीक हो जाता है। इसके लिए किसी भी तरह की दवा लेने की जरूरत नहीं होती है। इरिटेशन होने पर आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप या लुब्रिकेंट ड्रॉप इस्तेमाल किया जा सकता है।
हालांकि एंटीबायोटिक ड्रॉप डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए। कंजक्टिवाइटिस से बचने के लिए लोगों को संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनानी चाहिए। ऐसे लोगों का तौलिया या अन्य कपड़े इस्तेमाल नहीं करने चाहिए और इनके बिस्तर पर भी नहीं लेटना चाहिए।