New Delhi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और इसके लिंक्स पर देशभर में छापेमारी की है. टेरर फंडिंग और कैंप चलाने के मामले में जांच एजेंसी ने छापेमारी की है. पिछले कुछ दिनों में एनआईए ने इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं, जिनमें पीएफआई की कड़ी का पता चला है।
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टेरर फंडिंग के सिलसिले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) सहित समूहों के परिसरों में देश भर में तलाशी ली। और आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों में शामिल व्यक्ति पर एक्शन लिया, साथ ही 100 से जादा लोग गिरफ्तार भी हुए है। केरल, तमिलनाडु और यूपी समेत देश के 10 राज्यों में एनआईए और ईडी की टीम ने पीएफआई के स्टेट से लेकर जिला स्तर के नेताओं के घरों पर छापेमारी की है और उसके करीब 100 से अधिक कैडर को गिरफ्तार किया है. एनआईए और ईडी की रडार पर पीएफआई के चेयरमैन ओएमए सलाम भी हैं, जिनके घर पर आधी रात को छापेमारी की गई.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए और ईडी की टीम ने राज्य पुलिस के साथ मिलकर दस राज्यों में छापेमारी की और इस दौरान पीएफआई के 100 से अधिक कैडर को गिरफ्तार किया गया. एनआईए ने कोयंबटूर, कुड्डालोर, रामनाड, डिंडुगल, थेनी और थेनकासी सहित तमिलनाडु में कई स्थानों पर पीएफआई पदाधिकारियों के घरों की तलाशी ली. पुरसावक्कम में चेन्नई पीएफआई के स्टेट हेड ऑफिस में भी तलाशी ली जा रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए और ईडी ने बुधवार की आधी रात को अचानक मलप्पुरम जिले के मंजेरी में पीएफआई अध्यक्ष ओएमए सलाम के घर पर छापेमारी की. छापेमारी अब भी जारी है और इस दौरान पीएफआई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. चेयरमैन के घर के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखा. इतना ही नहीं, मंगलुरु में भी एनआईए छापेमारी के विरोध में PFI और SDPI कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन भी जारी है.
वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार सुबह पीएफआई सहित समूहों और कथित तौर पर आतंकवादियों का समर्थन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर देशव्यापी तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा कि अब तक की सबसे बड़ी सर्च के तहत कथित तौर पर आतंकी फंडिंग, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने में संलिप्त लोगों के परिसरों पर तलाशी ली जा रही है.