मेघालय-असम सीमा विवाद: शिलांग के पश्चिम जयंतिया हिल्स में राज्य के सीमा विवाद को लेकर हुई झड़प के कुछ घंटों बाद मंगलवार रात मेघालय की राजधानी शिलांग में अज्ञात लोगों ने असम नंबर वाली एक एसयूवी कार में आग लगा दी. दमकल ने आग पर काबू पाया जिससे एसयूवी पूरी तरह जल गई, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि झालूपारा इलाके में महावीर पार्क के पास की घटना को पश्चिम जयंतिया हिल्स के मुक्रोह गांव में गोलीबारी की घटना के बाद हुआ है.वंही मेघालय सरकार ने मंगलवार सुबह 10:30 बजे से मेघालय के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट / डेटा सेवाओं को बंद कर दिया है.
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वेस्ट कार्बी आंगलोग जिले में असम-मेघालय सीमा पर कथित तौर पर अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को मंगलवार तड़के असम के वनकर्मियों द्वारा रोकने के बाद हिंसा भड़की गई थी,जिसके बाद बॉर्डर विवाद में सुबह मुक्रोह गांव में गोलीबारी की घटना में असम के एक वन रक्षक और मेघालय के पांच लोगों की मौत हो गई, जिससे अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया.
बॉर्डर विवाद के बाद मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को टैग करते हुए एक ट्वीट में शिकायत की है कि असम पुलिस और वनकर्मी मेघालय में घुसे और बिना उकसावे के गोलीबारी करनी शुरू कर दी. संगमा की पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी पार्टी है.
हालांकि, असम पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि ट्रक को राज्य के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले में राज्य के वन विभाग की टीम ने रोका तो मेघालय की तरफ से लोगों की भीड़ ने इस टीम और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया, जिसके कारण असम की ओर से हालात पर काबू पाने के लिए गोली चलाई गई.
काफी पुराना है मेघालय-असम सीमा विवाद
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बता दें कि सीमा विवाद काफी पुराना है. मेघालय को 1972 में असम से अलग कर बनाया गया था और इसने 1971 के पुनर्गठन अधिनियम को चुनौती दी, जिससे 884.9 किलोमीटर की सीमा के साथ 12 क्षेत्रों में विवाद हुआ. इस साल मार्च में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मेघालय के कॉनराड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में एक “ऐतिहासिक” समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो 12 में से छह स्थानों पर विवाद को हल करने वाला था. अमित शाह ने दावा किया था कि 70 फीसदी सीमा विवाद अब सुलझ गए हैं.