Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. हादसे में बीजेपी सांसद के 12 परिजनों की मौत, कहा- ‘दोषियों को सजा दिलाएंगे’

हादसे में बीजेपी सांसद के 12 परिजनों की मौत, कहा- ‘दोषियों को सजा दिलाएंगे’

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में अब तक करीब 140 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, प्रशासन ने अभी 132 मौतों की ही आधिकारिक पुष्टि की है. हादसे में कुछ परिवारों में अपने एक-दो नहीं बल्कि कई लोगों को खो दिया. पुल हादसे में राजकोट से भाजपा सांसद मोहन भाई कुंदरिया के परिवार के 12 सदस्यों ने अपनी जान गंवा दी.

पढ़ें :- मिग-21: भारतीय आसमान का शेर, जिसने दुश्मनों को कांपने पर मजबूर किया, अब इतिहास का हिस्सा

4 बेटियां, 3 जमाई और 5 बच्चों की गयी जान

इस हादसे में राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कुंदरिया के 12 रिश्तेदारों की भी मौत हो गयी है. बीजेपी सांसद मोहनभाई ने जानकारी देते हुए कहा कि इस हादसे में हमने मेरी बहन के जेठ यानी मेरे जीजा के भाई की 4 बेटियों, 3 जमाई और 5 बच्चों को खो दिया है. यह काफी दुखद है. सांसद कुंदरिया ने कहा कि इस हादसे के जिम्मेदारों को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जिसकी भी गलती होगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पुल खोलने को लेकर कई सवाल

बता दें कि इस हादसे को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है. इस हादसे से जुड़ी एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई गयी है. सुरक्षा इंतजाम को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है कि अगर इस पुल की क्षमता 100 लोगों की थी तो इसमें एक साथ करीब 400 लोग कैसे आ गए. साथ ही बात ऐसी भी कही जा रही है कि मरम्मत के बाद पुल का एनओसी नहीं लिया गया था तो इसे दर्शकों के लिए क्यों खोल दिया गया.

पढ़ें :- लालू परिवार में फूट: रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी सहित अन्य सदस्यों को किया अनफॉलो, राजनीतिक अटकलें तेज़

आपदा के लिए कौन जिम्मेदार था, इस पर कुंदरिया ने कहा, “यह पता लगाने के लिए एक जांच की जाएगी कि यह त्रासदी कैसे हुई. जिम्मेदार पाए जाने वालों को दंडित किया जाएगा. मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं और स्थानीय और गैर सरकारी संगठन भी बचाव अभियान में शामिल हुए हैं.”

राज्य के गृह मंत्री संघवी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने पतन की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है. पुल ढहने के मामले में धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 308 (जानबूझकर मौत का कारण बनना) और 114 (अपराध होने पर उपस्थित होना) के तहत एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी, जो भी जिम्मेदार पाया गया था.

ऐसा कई परिवारों के साथ हुआ है. मोरबी पुल हादसे में जामनगर जिले की ढ्रोल तालुका के एक परिवार के सात लोगों की हादसे में मौत हो गई. और एक परिवार में मां-पिता और बहनों को खोने बाद एक नाबालिग बच्चा अकेले जीवित बचा है.

Advertisement