नई दिल्ली। भारत के महानतम खिलाड़ियों में से एक नीरज चोपड़ा ने अपने खेल करियर में खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित किया। साथ ही वह सब कुछ जीता जो वह जीत सकते थे। उनके विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का गोल्ड मेडल ही उनसे दूर था।
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अब बीते रविवार को 25 वर्षीय खिलाड़ी ने वह मील का पत्थर भी हासिल कर लिया। जहां नीरज पोडियम पर पहले स्थान पर रहे। वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने दूसरा स्थान हासिल किया और सिल्वर मेडल जीता। इवेंट के बाद नीरज ने बताया कि पुरुषों के जेवलिन थ्रो फाइनल को किस तरह से देखा जाता था।
खासकर घर में इस प्रतियोगिता को भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई करार दिया गया था।नीरज और अरशद काफी समय से एक-दूसरे से कंपटीशन कर रहे हैं। जब भी दोनों एक साथ मैदान पर उतरे हैं भारतीय एथलीट ही टॉप पर रहे हैं। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी यही मामला था जहां फाइनल में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ नीरज विजयी हुए थे।
वहीं नदीम 87.82 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे।”मैं प्रतियोगिता से पहले अपने मोबाइल का अधिक उपयोग नहीं करता हूं लेकिन आज मैंने उस पर ध्यान दिया और पहली बात भारत बनाम पाकिस्तान थी। यूरोपीय एथलीट बेहद खतरनाक होते हैं और किसी भी वक्त बड़ा थ्रो कर सकते हैं। सिर्फ अरशद ही नहीं, जैकब और जूलियन वेबर भी हैं। आखिरी थ्रो तक आपको दूसरे थ्रोअर के बारे में सोचते रहना होगा।