नई दिल्ली, 15 जुलाई। सरकार ने बफर स्टॉक के लिए वित्त वर्ष 2022-23 में किसानों से 2.50 लाख टन से ज्यादा प्याज खरीदा है। सरकार ने बफर स्टॉक (भंडारण) के लिए प्याज की ये खरीद नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नेफेड) के जरिए की है।
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कीमत को स्थिर बनाए रखने के लिए बफर स्टॉक
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक केंद्र सरकार ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में बफर के लिए 2.50 लाख टन प्याज की खरीद की है। चालू वित्त वर्ष में प्याज का बफर स्टॉक वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बनाए गए 2.0 लाख टन के बफर स्टॉक से 0.50 लाख टन ज्यादा है। दरअसल प्याज की कीमत को स्थिर बनाए रखने के लिए बफर स्टॉक बनाया गया है। इसके तहत रबी फसल से प्याज की खरीद की गई है।
रबी प्याज भारत के प्याज उत्पादन का 65 फीसदी
खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने प्याज के बफर स्टॉक के लिए महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश के रबी प्याज उत्पादक राज्यों में किसानों से ये खरीद की है। इसमें मुख्य रूप से किसान उत्पादक संगठनों (FPO) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) ने इस स्टॉक की खरीददारी की गई है। अप्रैल-जून के दौरान कटाई की गई रबी प्याज भारत के प्याज उत्पादन का 65 फीसदी है।
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सरकार प्याज के बफर स्टॉक को खुले बाजार में बिक्री के माध्यम से कम उपलब्धता वाले महीनों (अगस्त-दिसंबर) के दौरान जारी करेगी। क्योंकि इस दौरान प्याज की कीमत बढ़ जाती है। इसी के तहत प्याज की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इसका भंडारण सरकार कर रही है।