नई दिल्ली। प्रदर्शनकारी पहलवानों को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की याचिका पर सुनवाई बंद कर दी। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि याचिकाकर्ता FIR की मांग लेकर यहां आए थे। वह दर्ज हो चुकी है। पुलिस जांच कर रही है। साथ ही शिकायतकर्ता को सुरक्षा भी उपलब्ध करवाई जा चुकी है। इसलिए इस मामले को लंबित रखना जरूरी नहीं है। इस मामले की कोई भी बात निचली अदालत या हार्ईकोर्ट में जा सकती है।
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जंतर-मंतर पर बुधवार रात हुआ था बवाल
देश के पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले एक हफ्ते से अधिक दिन से बैठे हैं। पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बुधवार रात पहलवानों और पुलिस की झड़प हो गई थी। पहलवानों का आरोप है कि बारिश की वजह से उन्होंने बेड मंगवाए थे, लेकिन पुलिस ने धरनास्थल पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीछ धक्कामुक्की हो गई।
पहलवानों ने आरोप लगाया कि दो लोगों को चोट लगी है। वहीं बेड लेकर जंतर-मंतर पहुंचे आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिसकर्मियों पर गालियां देने का आरोप
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पहलवान बजरंग पुनिया का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों को गालियां दीं और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि हमें पूरे देश के समर्थन की जरूरत है। सभी को दिल्ली आना चाहिए। पुलिस हमारे खिलाफ बल प्रयोग कर रही है। महिलाओं को गाली दे रही है और बृजभूषण के खिलाफ कुछ नहीं कर रही है। पहलवानों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लोगों ने शराब पीकर हंगामा किया और बदसलूकी भी की। वहीं पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि वे देश का नाम रोशन करने वाली खिलाड़ी हैं मगर उनके साथ अपराधियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है।
कई नेता जंतर-मंतर पहुंचे
इस दौरान पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और सांसद जयंत चौधरी के साथ-साथ आप पार्टी के कई नेता पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उन्हें पहलवानों के पास नहीं जाने दिया। पुलिस ने पहलवानों के धरने वाले स्थल को सील कर दिया है। वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा को पुलिस ने हिरासत में लेकर कुछ देर बाद छोड़ दिया।