वाराणसी। यूपी के वाराणसी में 1.40 करोड़ की डकैती से जुड़े मामले में भेलूपुर के तत्कालीन इंस्पेक्टर सहित सात पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। बर्खास्त होने वाले पुलिसकर्मियों में तत्कालीन भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे, दरोगा सुशील कुमार, दरोगा महेश कुमार, दरोगा उत्कर्ष चतुर्वेदी और सिपाही महेंद्र कुमार पटेल, कपिल देव पांडेय व शिवचंद्र शामिल हैं।
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इंस्पेक्टर साहब कुछ ही दिनों में बनने वाले थे डिप्टी एसपी
इनमें से इंस्पेक्टर साहब कुछ ही दिनों में डिप्टी एसपी बनने वाले थे। जबकि तीनों दरोगाओं ने जल्द ही अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके पहले सभी पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे थे। जांच में दोष सिद्ध होने पर शनिवार को सभी को बर्खास्त कर दिया गया। इस कार्रवाई से कमिश्नरेट के पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बैजनत्था क्षेत्र की आदि शंकराचार्य कॉलोनी स्थित गुजरात की फर्म के कार्यालय में 29 मई की रात 1.40 करोड़ रुपये लूट लिए गए। इसकी सूचना भेलूपुर थाने की पुलिस को दी गई, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। बाद में पुलिस ने शंकुलधारा पोखरे के पास लावारिस कार की डिग्गी से 92.94 लाख रुपये से ज्यादा की बरामदगी दिखाकर पीठ थपथपाने की कोशिश की।
मामला जैसे ही आला अधिकारियों के पास पहुंचा, पता चल गया कि सब कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से हुआ है। इसका संज्ञान लेकर भेलूपुर के तत्कालीन थाना प्रभारी रमाकांत दुबे, दरोगा सुशील कुमार, महेश कुमार व उत्कर्ष चतुर्वेदी, कांस्टेबल महेंद्र कुमार पटेल, कपिल देव पांडेय व शिवचंद्र को निलंबित कर दिया गया।
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जांच आगे बढ़ी और मामले में संलिप्तता उजागर होने के बाद सबको पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इस संबंध में पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने बताया कि प्रकरण में सात पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है। दर्ज मुकदमे की विवेचना जारी है। विवेचना में सामने आए तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई अलग से की जाएगी।
डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने की थी जांच
लावारिस कार की डिग्गी से रुपये की बरामदगी के मामले में गोलमाल की जानकारी मिलने पर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने एक जून को ही डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को जांच सौंपी थी।
साथ ही तत्कालीन थाना प्रभारी भेलूपुर रमाकांत दुबे को लाइन हाजिर कर दिया था। डीसीपी काशी जोन की रिपोर्ट के आधार पर अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) संतोष कुमार सिंह ने पांच जून को थाना प्रभारी रहे रमाकांत दुबे सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद सातों पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई।