देश में आज से कोरोना की बूस्टर डोज लगाना शुरू हो रही है। ये डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ सीनियर सिटीजन को दी जाएगी। 60 साल से अधिक उम्र के केवल गंभीर बीमारी वालों को ही ये खुराक दी जाएगी। ओमिक्रॉन के संक्रमण को कम करने के लिए पीएम मोदी ने 25 दिसंबर को इसकी घोषणा की थी। फिलहाल घोषणा के समय प्रधानमंत्री ने इसे बूस्टर डोज की जगह प्रीकॉशन डोज का नाम दिया है। इस सुविधा का लाभ 5.75 करोड़ लोगों को मिलेगा।
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देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं ऐसे में चुनाव ड्यूटी करने वालों को भी फ्रंटलाइन वर्कर माना गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि एहतियात डोज के लिए किसी भी तरह के रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है। फ्रंटलाइन वर्कर्स और इसके दायरे में आने वाले लोग सीधे सेंटर पर जाकर बूस्टर डोज लगा सकते हैं। इसके अलावा 60 साल से अधिक आयु के जिन लोगों को डायबिटीज, हायपरटेंशन या अन्य गंभीर बीमारी की समस्या है वह भी अपने डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज को लगा सकते हैं।
दूसरी डोज के कितने महीनों बाद लगेगी बूस्टर डोज
जानकारी के अनुसार दूसरी डोज के 9 महीने पूरे हो चुके लोगों को ही ये बूस्टर डोज दी जाएगी। जिन लोगों को पहली दो डोज जिस वैक्सीन की दी गई है बूस्टर डोज भी उसी वैक्सीन की दी जाएगी। जैसे यदि आपको पहली और दूसरी डोज को-वैक्सीन की दी गई है तो आपको तीसरी यानी बूस्टर डोज को-वैक्सीन की ही दी जाएगी।
#UttarPradesh: लखनऊ में आज से फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के कोमोरबिड लोगों के लिए प्रीकॉशन डोज़ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई। #COVID19 @myogiadityanath @jpbansi #Omicron @ravikishann @SidharthNSingh pic.twitter.com/VRV4FXpSsu
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— India Voice (@indiavoicenews) January 10, 2022