Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. राजस्थान
  3. कोटा लोकसभा सीट पर कौन जीतेगा जंग, जाने सियासी गणित

कोटा लोकसभा सीट पर कौन जीतेगा जंग, जाने सियासी गणित

By Rajasthan Bureau@indiavoice.co.in 

Updated Date

कोटा लोकसभा सीट

पढ़ें :- राजस्थान में अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए नया कड़ा कानून, आजीवन कारावास तक सजा का प्रावधान

कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर भारजीय जनता पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपना प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने बीजेपी के बागी नेता प्रहलाद गुंजल को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है. कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो आजादी के बाद से अब तक इस सीट पर हुए कुल 17 लोकसभा चुनाव में से कांग्रेस 4 बार ही जीत दर्ज कर पाई है, जबकि 7 बार बीजेपी और 3 बार भारतीय जनसंघ का कब्जा रहा है.

इनके अलावा एक बार जनता पार्टी, एक बार भारतीय लोकदल और एक बार निर्दलीय प्रत्याशी ने भी इस सीट को जीता है. कोटा लोकसभा सीट के लिए आजादी के बाद पहला चुनाव 1952 में हुआ था. उस समय कांग्रेस के नेमीचंद्र कासलीवाल यहां से विजयी हुए थे.

कोटा में बीजेपी प्रत्याशी और लोकसभा स्पीकर पिछले 10 साल से सांसद हैं. जीत की हैट्रिक लगाने के लिए एक बार फिर उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी, राम मंदिर, धारा-370 के मुद्दों पर जनता से वोट मांगे हैं. उनका कहना है कि यह छोटे-मोटे मुद्दों के चुनाव नहीं हैं। देश की सुरक्षा और देश को आगे बढ़ाने का चुनाव है. जब उन्होंने पहली बार सांसद का चुनाव लड़ा था, तब कोटा में हवाई सेवा शुरू कराने का वादा किया था.

10 साल बाद भी इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं होने के पीछे वे कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार को दोषी ठहराते हैं. उनका कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने नए एयरपोर्ट के लिए जमीन उपलब्ध नहीं करवाई, इसलिए काम पूरा नहीं हो सका. हाड़ौती में ओम बिरला और प्रहलाद गुंजल ने लगभग एक ही समय में राजनीति शुरू की थी. कोटा लोकसभा क्षेत्र में अब जनता का क्या मूड है ये देखने वाली बात होगी कि मतदाताओं ने आखिर किसे अपना वोट और समर्थन देकर जीत का ताज पहनाया है.

पढ़ें :- राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अमित शाह का किया गर्मजोशी से स्वागत, राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज

 

Advertisement