आजमगढ़। यूपी में योगी सरकार माफियाओं पर काफी सख्त है। सख्ती से या तो जेल जा रहे हैं या फिर सरेंडर कर रहे हैं। प्रदेश के टॉप-टेन अपराधियों में शामिल कुख्यात माफिया ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह की पत्नी वंदना सिंह ने शुक्रवार को आजमगढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने वंदना को न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेज दिया।
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धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में लंबे समय से फरार चल रही वंदना पर 25 हजार का इनाम था। उस पर गैंगस्टर का भी मुकदमा दर्ज है। डी-11 गैंग का लीडर माफिया कुंटू सिंह के अपराध का ग्राफ काफी बड़ा है। हत्या, लूट, छिनैती समेत अन्य अपराधों में भी उसका नाम शामिल है।
पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की हत्या से सुर्खियों में आया कुंटू
प्रदेश सरकार ने उसे प्रदेश के टॉप-टेन अपराधियों की सूची में शामिल कर रखा है। वह सुर्खियों में तब आया, जब 2013 में पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की हत्या हुई। हत्याकांड के बाद से ही जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर गांव निवासी कुंटू जेल की सलाखों के पीछे है।
17 मई 2022 को कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। उसके जेल में रहते हुए भी रंगदारी, हत्या, लूट व छिनैती जैसी घटनाएं उसके गैंग के लोग लगातार अंजाम दे रहे थे। अपराध की कमाई से कुंटू सिंह ने कई विद्यालय भी स्थापित किए। जिसका प्रबंधक उसने अपनी पत्नी वंदना सिंह को बनाया।
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आजमगढ़ में वंदना पर दर्ज है फर्जीवाड़े के कई मुकदमे
वंदना पर फर्जीवाड़ा कर स्कूलों की मान्यता लेने समेत कई मुकदमे आजमगढ़ पुलिस ने दर्ज किया। इतना ही नहीं वंदना सिंह पर तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार सिंह ने 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। शुक्रवार को वंदना सिंह अचानक दीवानी न्यायालय के कोर्ट संख्या 24 में न्यायाधीश हर्ष आनंद के समक्ष पेश होकर आत्मसमर्पण कर दिया।