लखनऊ। सियासी फिजाओं में यूपी को बांटने के बयान एक बार फिर से गूंजने लगे हैं। आलम ये है देश 24 के चुनाव की चौखहट पर खड़ा है और ठीक उसी वक्त बीजेपी के एक सांसद मांग कर रहे हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाए यानि पश्चिमी यूपी अलग प्रदेश बने। ऐसा नहीं कि सिर्फ संजीव बालियान की ये मांग उठा रहे हैं।
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इससे पहले भी अलग अलग दल के नेता इसकी वकालत करते रहे हैं। चौधरी अजीत सिंह तो कहा करते थे कि यूपी की आमदनी तो 72 फीसदी कमाता है और उसी पश्चिमी यूपी पर खर्च होता है सिर्फ 18 फीसदी इसलिए पश्चिमी यूपी अलग राज्य बने। सिर्फ बालियान ही नहीं बल्कि एनडीए में वापसी करने वाले सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर भी उन नेताओं की लिस्ट में शुमार है जो खुलकर अलग राज्य की वकालत कर रहे हैं।
मगर पश्चिमी यूपी नहीं बल्कि पूर्वांचल की अभी कहानी में ट्वीट एक और भी है। वो ये कि बीजेपी के बड़े चहरे संगीत सोम की दलील है कि अगर ऐसा हुआ तो पश्चिमी यूपी मिनी पाकिस्तान बन जाएगा। वैसे अगर सियासत के पन्नों को पलटे तो बीएसपी यानि बहन जी तो पहले से ही यूपी के बंटवारे के पक्ष में हैं। याद हो आपको कि मायावती सरकार ने तो विधानसभा में बाकायादा प्रस्ताव पारित करवाया था कि यूपी को चार हिस्सों में बांटा जाना चाहिए ।
मगर विपक्ष में बैठी सपा के सांसद की बर्क साहब की अपनी दलील है। बयानों के बारूद तैयार हो रहे हैं अब चुनाव नजदीक आएंगे तो ऐसे मुद्दें और जोर से उछाले जाएंगे। साफ है 2024 का चुनाव नजदीक है और उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा सीटों वाला प्रदेश है, इस लिहाज़ से लोकसभा चुनाव में यूपी की भूमिका बड़ी हो जाती है, मगर अब यूपी में एक नई सियासत सर उठा रही है, बीजेपी के एक सांसद ने मांग की है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाए, तो बीजेपी की सहयोगी पार्टी ने कहा है कि पूर्वांचल को भी अलग राज्य का दर्जा मिले, अब यूपी के बंटवारे पर जोरदार राजनीति हो रही है।