गुरुग्राम। हरियाणा की स्पेशल टास्ट फोर्स (STF) की गुरुग्राम यूनिट ने लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट में शामिल गैंगस्टर सूबे गुर्जर और चांदराम गैंग के 5 शार्प शूटरों को गिरफ्तार है। इनमें 2 शूटर रेवाड़ी में 3 साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल हैं। इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम था।
पढ़ें :- पंजाबः हेरोइन के साथ ड्रग तस्कर को किया गिरफ्तार, दो साथी फरार
एसटीएफ ने बताया कि आरोपी एनसीआर सहित रेवाड़ी में करीब 24 मामलों में वांछित हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान रेवाड़ी के न्यू आदर्श नगर निवासी हरकेश उर्फ अक्कू, गांव पाली निवासी दीपक उर्फ देबू, गांव कसौला निवासी ब्रह्मपाल उर्फ हैप्पी, प्रवीण और तावडू के गांव बिस्सर अकबरपुर निवासी लालचंद के रूप में हुई है। ये सभी कार में सवार होकर गुरुग्राम के गांव बार गुर्जर में पहुंचे थे, जहां से पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गुरुग्राम STF के इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेंद्र चौहान की टीम को मुखबिर से सूचना मिली की रेवाड़ी में हुए दोहरे हत्याकांड सहित एनसीआर में काफी वारदातों में शामिल गैंगस्टर सूबे गुर्जर और चांदराम गैंग के शार्प शूटर क्रेटा गाड़ी में सवार होकर गांव बार गुर्जर पहुंचने वाले हैं।
पुख्ता सूचना मिलने के बाद एसटीएफ ने बार गुर्जर के समीप नाकेबंदी की और इन पांचों शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें 4 आरोपी हरेश उर्फ अक्कू, दीपक उर्फ देबू, ब्रह्मपाल उर्फ हैप्पी व प्रवीण को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया गया है। बता दें कि बार गुर्जर गांव गैंगस्टर सूबे गुर्जर का ही गांव है। सूबे गुर्जर और चांदराम को लॉरेंस सिंडिकेट का मेंबर माना जाता है। दोनों गैंगस्टर फिलहाल जेल में बंद हैं।
चांदराम रेवाड़ी के गांव मुंडनवास का रहने वाला है। उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। चांदराम के इशारे पर ही 2020 में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। बता दें कि गैंगस्टर सूबे गुर्जर, चांदराम की गैंग से जुड़े शार्प शूटर ने 8 जून 2020 को रेवाड़ी शहर के गढ़ी बोलनी रोड स्थित मोडावाली के पास कार में सवार गुर्जरवाड़ा निवासी अमित और उसके एक अन्य साथी को गोलियों से भून दिया था।
पढ़ें :- पंजाबः विजिलेंस ने राजस्व विभाग के तकनीकी सहायक को 35 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा
इसमें विकास उर्फ लंबू नाम का एक शख्स बच निकला था। इस दोहरे हत्याकांड में वैशाली नाम की एक महिला सहित पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। हत्याकांड में हरेश उर्फ अक्कू सहित अन्य आरोपियों के नाम सामने आए थे। हरकेश वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था।