प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश की सेवा के लिए लोगों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है। सेवा की इसी भावना के तहत यहां विकास से जुड़े कार्यक्रम में 12 हजार करोड़ के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें रोड, रेल और गैस इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स हैं। सबसे बड़ी बात दरभंगा में एम्स का सपना साकार होने की तरफ एक बड़ा कदम उठाया गया है।
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दरभंगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश की सेवा के लिए लोगों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है। सेवा की इसी भावना के तहत यहां विकास से जुड़े कार्यक्रम में 12 हजार करोड़ के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें रोड, रेल और गैस इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स हैं। सबसे बड़ी बात दरभंगा में एम्स का सपना साकार होने की तरफ एक बड़ा कदम उठाया गया है।
मोदी ने कहा कि दरभंगा एम्स के निर्माण से बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। इससे मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल और आसपास के कई क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधा होगी। नेपाल से आने वाले मरीज भी इस एम्स अस्पताल में इलाज करा सकेंगे। एम्स से यहां रोजगार-स्वरोजगार के अनेक नए अवसर बनेंगे। कहा कि हमारे देश में सबसे बड़ी आबादी गरीब और मध्यम वर्ग की है। बीमारी भी सबसे अधिक इन्हीं वर्गों को प्रभावित करती है।
इस वजह से इलाज पर इनका खर्च भी बहुत ज्यादा होता है। हम सब उसी पृष्ठ भूमि के हैं। गरीब और सामान्य परिवारों से निकले हैं। इसलिए घर में कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ता है तो कैसे पूरा घर संकट में आ जाता है, हम इस चिंता को भली-भांति समझते हैं। उन्होंने कहा कि पहले के दौर में स्थितियां भी बहुत कठिन हुआ करती थीं। अस्पताल बहुत ही काम थे, डॉक्टरों की संख्या बहुत ही कम थी, दवाइयां बहुत महंगी थी, बीमारी की जांच का कोई ठिकाना नहीं था और सरकारें सिर्फ वादों और दावों में ही उलझी रहती थी।
यहां बिहार में जब तक नीतीश जी सरकार में नहीं आए थे तब तक गरीबों की इस चिंता को लेकर कोई गंभीरता ही नहीं थी। गरीब के पास चुपचाप बीमारी सहने के अलावा और कोई चारा नहीं था। ऐसी स्थिति में हमारा देश कैसे आगे बढ़ता, इसलिए पुरानी सोच और अप्रोच दोनों बदला।
मोदी ने कहा कि ज्यादातर बीमारियों का अगर समय रहते इलाज शुरू कर दिया जाए तो उन्हें गंभीर होने से रोका जा सकता है, लेकिन महंगी जांच की वजह से अक्सर लोग बीमारी के बारे में जान ही नहीं पाते, इसलिए हमने देश भर में डेढ़ लाख से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाएं हैं। इससे कैंसर, डायबिटीज जैसी अनेक बीमारियों के बारे में शुरू में ही पता लग सकता है।