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उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट, जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें लोग  

पूरे प्रदेश में लगातार भारी बारिश हो रही है। जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन के साथ ही नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने आने वाले दो से तीन दिनों के लिए एक बार फिर से पूर्वानुमान जारी किया है।

By HO BUREAU 

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देहरादून। पूरे प्रदेश में लगातार भारी बारिश हो रही है। जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन के साथ ही नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने आने वाले दो से तीन दिनों के लिए एक बार फिर से पूर्वानुमान जारी किया है।

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जिसके चलते पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने कहा कि दो से तीन दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। खासकर उत्तरकाशी जिले सहित आसपास के इलाकों में 3 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत बागेश्वर, जिले में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि यह सिलसिला दो से तीन दिनों तक जारी रहने का अनुमान है। ऐसे में भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने आम जनता को बेहद सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी की है। कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें।

केदारनाथ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना प्राथमिकताः CM धामी

उधर, केदारनाथ में हुई अतिवृष्टि और लैंडस्लाइड की घटना के बाद वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में हजारों यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इसके साथ ही जो लोग फंसे हुए हैं उनके लिए खाने-पीने का इंतजाम भी किया जा रहा है।

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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बारिश की वजह से हुए लैंडस्लाइड के कारण कई रास्ते टूटे हुए हैं। कई भवनों को नुकसान पहुंचा है। जो लोग फंसे हुए हैं प्राथमिकता के तौर पर उनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी तेजी से किया जा रहा है। अब तक 7 हजार से ज्यादा यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ मार्ग में जो यात्री फंसे हुए हैं, उनके लिए खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

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