उत्तराखंड सरकार जहां मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले दिनों उत्तरकाशी में मडुवे की वोआई करते हुए नजर आएं।
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देहरादून। उत्तराखंड सरकार जहां मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले दिनों उत्तरकाशी में मडुवे की वोआई करते हुए नजर आएं।
इसी को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर एक पोस्ट साझा की है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमारी सरकार मडुवे के खरीद मूल्य के साथ मडवा और उसके समकक्ष जितनी भी प्रजातियां हैं, जिसमें मेर्षा से गहत तक कोदो झंगोरा से लेकर सारे मोटे अनाज शामिल हैं, 1000 रुपए प्रति कुंतल बोनस दिया जाता था।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट के बाद बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि अगर कांग्रेस शासनकाल में कोदो, झंगोरा और मडुवे को लेकर काम किया गया होता तो आज काश्तकारों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता।
बीजेपी सरकार द्वारा मोटे अनाजों को बाजार देने का काम किया गया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है पूर्व में हरीश रावत सरकार द्वारा मोटे अनाजों को राष्ट्रीय बाजार देने का काम किया गया था। अगर सरकार पूर्व में कांग्रेस की नीतियों को आगे बढ़ाती तो उससे किसानों को भी लाभ होता और सरकार की भी वाहवाही होती। लेकिन सरकार मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर नहीं है।