सिरसा। सिरसा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों सैकड़ों छात्राओं ने गुमनाम चिट्ठी के जरिए एक प्रोफेसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसकी जांच यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस द्वारा की जा रही है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर अजमेर मलिक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो इस मामले की जांच कर रही है।
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इस मामले में पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जल्द ही कमेटी की रिपोर्ट के बाद एक्शन लिया जाएगा। फ़िलहाल सिरसा पुलिस ने अब तक 300 से ज्यादा गर्ल्स स्टूडेंट्स के बयान दर्ज किए हैं। गर्ल्स स्टूडेंट्स ने यह गुमनाम चिठ्ठी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल , हरियाणा के राज्यपाल , डीजीपी हरियाणा , डीसी सिरसा , एसपी सिरसा , यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सहित अनेक लोगों को प्रेषित की है। जिसकी जांच की जा रही है।
ASP ने लिए हैं यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्राओं से भी बयान
पिछले दिनों ASP दीप्ति गर्ग ने इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्राओं से भी बयान लिए हैं। पीड़ित पक्ष से भी सिरसा पुलिस बयान ले रही है और आरोपी प्रोफेसर से भी पूछताछ की जा रही है। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और परीक्षा नियंत्रक डॉ शलेंद्र सिंह हुडा ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने अपने स्तर पर विभाग के कुछ स्टूडेंट्स से पूछताछ की है, जिसमें आरोपों की पुष्टि नहीं हो रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक पत्र जारी किया था। जिसमें इस केस से जुड़े लोगों को अपने बयान दर्ज करवाने के लिए कहा गया था लेकिन अभी तक किसी ने भी अपने बयान दर्ज नहीं करवाए हैं। सिरसा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश कुमार बंसल ने बताया कि इस मामले में जिस डीन पर आरोप लगे हैं, उसके भी बयान दर्ज किए गए हैं।
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मामले में तथ्य देने वालों का नाम रखा जाएगा गुप्त
उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर कोई भी व्यक्ति तथ्य देना चाहता है और वो अपना नाम भी गुप्त रखना चाहता है तो इसका भी प्रावधान यूनिवर्सिटी प्रशासन कर सकता है। ऐसे तथ्यों को जांच में शामिल किया जाएगा। इस मामले की तफ्तीश कर रही सिरसा की एएसपी दीप्ति गर्ग ने कहा कि मामला सिरसा पुलिस के संज्ञान में आते ही उनके नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन किया गया है।
जांच कमेटी के उनके साथ 2 महिला इंस्पेक्टर और एक महिला सब इंस्पेक्टर शामिल है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर अब तक सिरसा पुलिस 300 से ज्यादा गर्ल्स स्टूडेंट्स के बयान दर्ज कर चुकी है लेकिन अभी तक किसी भी स्टूडेंट्स के बयान के आधार पर आरोपों की पुष्टि नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि गुमनाम चिट्ठी किसने लिखी है और कहां से जारी की गई है। पुलिस जांच कर रही है।