भारतीय राजनीति में बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर कोई नया नहीं है, लेकिन जब वरिष्ठ और अनुभवी नेता अपने शब्दों से लोकतंत्र की मर्यादा पर सवाल उठाते हैं, तो उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख चेहरे और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने हाल ही

