रोहतक। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार सुबह रोहतक से हिसार जाते समय महम में रुके। इस दौरान उन्होंने जलभरत तालाब का निरीक्षण किया। इस तालाब में सौंदर्यीकरण के नाम पर धांधली के आरोप लगाए जा रहे थे। जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री पहुंचे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि तालाब में गंदा पानी है। उसे प्रत्यक्ष देखने आए थे ताकि यह पता लगे कि क्या कमियां या कठिनाइयां हैं।
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उन्होंने कहा कि यहां कॉलोनी का एक रास्ता है। उसकी समस्या बताई गई है। साथ ही शहर का गंदा पानी भी तालाब के अंदर आता है। विकास कार्यों को लेकर कहा कि अगर मास्टर प्लान बनाकर देंगे तो उस काम को पूरा करवाया जाएगा। इसके अलावा जो स्थानीय समस्याएं हैं, उसे जनप्रतिनिधि लिखकर दें।
साथ ही कहा कि नगर पालिका व जिला प्रशासन के जो काम हैं, उसे स्थानीय प्रशासन करेगा। वहीं जो राज्य सरकार के कार्य करवाने के होंगे, उसे हम करवाएंगे। CM ने कहा कि मंगलवार शाम को ही अधिकारियों को सूचना देकर हिसार जाते समय महम में रुकते हुए आगे जाने का फैसला लिया था। नगर पालिका कार्यालय के पीछे स्थित जलभरत जोहड़ की चारदीवारी व सौंदर्यीकरण की घोषणा हुई थी।
इस कार्य के लिए 147.03 लाख रुपए की तकनीकी स्वीकृति दी गई। इसके बाद कार्य के रेट एचएसआर व सीपी से अधिक होने के कारण डीसी को पत्र लिखकर 6 प्रतिशत रेट अधिक करने की स्वीकृति दी गई। तालाब का सौंदर्यीकरण नहीं होने के कारण लोगों ने धांधली के आरोप लगाए और इसकी शिकायत भी की थी।