क्या आपने कभी सुना है कि डायबिटीज के कारण आंखों की रोशनी चली जाती है ? चलिए इसपर विस्तार से जानकारी लेते हैं।
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नई दिल्ली। इस समय डायबिटीज सबसे ज्यादा पाई जाने वाली बीमारियों में से एक हो गई है। इससे न सिर्फ ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है, घाव भी जल्दी ठीक नहीं होते बल्कि कई और गंभीर समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, आपका बढ़ा हुआ ब्लड शुगर आपके लिए काफी ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है इससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। कुल मिलाकर यह तो साफ है कि डायबिटीज होने पर आंखों की रोशनी से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं, जिसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहा जाता है। एक अनुमान यह भी लगाया गया है कि डायबिटीज के हर चौथे मरीज में यही परेशानी पाई जाती है। चलिए जानते हैं इस रोग के बारे में ।
क्या है डायबिटीज रेटिनोपैथी ?
रेटिनोपैथी डायबिटीज के मरीजों को आंखों से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इससे आपके आंखों की रोशनी जा सकती है। यह रेटिना में रक्त वाहिकाओं पर असर डालती है।
डायबिटीज में होने वाली आंखों की इस समस्या में रक्त वाहिकाएं सूज जाती हैं फिर उनमें रिसाव भी होने का खतरा बना रहता है। जिसके कारण कम दिखाई देना शुरू हो जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं वक्त के साथ यह परेशानी और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। इसलिए ज्यादातक डॉक्टर सलाह देते हैं कि डायबिटीज के मरीज को साल में कम से कम एक बार आंखों का चेकअप करवा लेना चाहिए।
किस कारण होता है डायबिटीज रेटिनोपैथी ?
डायबिटीज में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ना और आंखों की समस्या होना इसकी मुख्य वजह है। हाई ब्लड शुगर छोटी रक्त वाहिकाओं में रुकावट डालती है। जब ये वाहिकाएं ठीक तरह से बन नहीं पाती तो लीक होने लगती हैं।
इस कारण आंखों में डायबिटीज रेटिनोपैथी की समस्या होने लगती है। डायबिटीज में सही ध्यान न देना, लगातार हाई ब्लड प्रेशर या हाई शुगर लेवल रहना और शराब-सिगरेट पीने से यह समस्या हो सकती है।
डायबिटीज रेटिनोपैथी के लक्षण
शुरुआत में डायबिटिक रेटिनोपैथी के लक्षण कई डायबिटिक पेशेंट में नजर ही नहीं आते हैं। हालांकि, समस्या बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी का धुंधला होना, कम दिखाई देना, चक्कर आना, सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसलिए डायबिटीज में समय-समय पर इलाज करवाते रहना चाहिए।