पटियाला। पटियाला में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी मेंबर कैप्टन अमरिंदर सिंह की कोठी के बाहर 17 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों के बीच देर रात किसान नरेंद्र पाल की तबीयत बिगड़ने के कारण उसे पटियाला के राजेंद्र अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
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किसान नरेंद्र पाल के परिवार और किसान जत्थेबंदियों की तरफ से पंजाब सरकार से नरेंद्र पाल के परिवार को सरकारी नौकरी और 10 लाख का मुआवजा देने की मांग की गई।
परिजनों और लोगों की मांग पर पंजाब सरकार की तरफ से आज नरेंद्र पाल के परिवार को 5 लाख का मुआवजा और परिवार के मेंबर को सरकारी नौकरी देने की मांग पूरी कर दी गई। वहीं आज पटियाला के एसडीएम की तरफ से धरने पर बैठे किसान जत्थेबंदियों को पंजाब सरकार की चिट्ठी दी गई।