देहरादून निवासी से 66 लाख की ठगी का खुलासा करते हुए STF ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। आरोपी फर्जी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म और नकली कंपनी बनाकर करोड़ों की ठगी कर रहे थे।
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उत्तराखण्ड STF की साइबर क्राइम टीम ने करोड़ों रुपये की ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर दो शातिर अपराधियों नितिन गौर और निक्कू बाबू को नोएडा से गिरफ्तार किया है। पीड़ित जो देहरादून निवासी है, उससे मई महीने के दौरान फर्जी इन्वेस्टमेंट स्कीम के तहत तकरीबन ₹66 लाख की ठगी की गई थी। फेसबुक पर CryptoPromarkets नाम से विज्ञापन चलाकर आरोपियों ने मोटे लाभ का लालच दिया था। पीड़ित ने लिंक के जरिए रजिस्ट्रेशन किया और ठगों के जाल में फंसकर कई खातों में रकम जमा कराई।
आरोपी VPN, Proxy Server, Tor Browser और Public Wi-Fi का इस्तेमाल कर पहचान छिपाते थे। इतना ही नहीं उन्होंने NG Traders नामक फर्जी कंपनी बनाकर बैंक खाते और CUG नंबर लिए थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 01 टैब, 04 मोबाइल फोन, 02 आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड, QR स्कैनर, MPOS मशीनें, पैन ड्राइव और कंपनी की मुहर समेत भारी मात्रा में डिजिटल जीजे बरामद किए गए है। इन पकड़े गए अपराधियों के पूरे देशभर में 18 से 20 बैंक खाते और विदेशी साइबर नेटवर्क से कनेक्शन की भी जानकारी सामने आई है।
STF के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह के अनुसार इन्वेस्टमेंट स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं। अपराधी पहले छोटे-छोटे लाभ देकर भरोसा जीतते हैं और बाद में भारी रकम हड़पने का काम करते हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह किसी भी ऑनलाइन जॉब तथा इन्वेस्टमेंट या कस्टमर केयर नंबर की बिना पुष्टि के इस्तेमाल न करें। इसके साथ ही OTP, PIN और बैंक डिटेल भी साझा न करें।
✍️ SAMRIDH MISHRA