नई दिल्ली । मानसून के सीजन में बीमारियां तेजी से फैलती है लोग काफी बीमार पड़ते है किसी को बुखार तो किसी को जुखाम हो जाता है इस सीजन में क्या मलेरिया, क्या डेंगू, क्या चिकनगुनिया और क्या कंजंक्टिवाइटिस, ये सभी बीमारियां अपना पांव पसारने लगती हैं। मानसून में वायरल फीवर भी काफी देखा जाता है, जो बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित भी करती है और यह भी देखने को मिलता है कि बुखार होने पर अक्सर लोग नहाने से मना करते है। क्योंकि वह मानते हैं कि नहाने से फीवर और ज्यादा बढ़ जाएगा. जबकि यह अवधारणा गलत है। अब सवाल उठता है कि क्या फीवर होने पर नहाना चाहिए या नहीं? आइए आपको देते है इस सवाल का जवाब
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हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक फीवर होने पर अगर आप नहाते हैं तो इससे शरीर या स्वास्थ्य पर कोई बुरे प्रभाव नहीं पड़ते हैं। फीवर के दौरान शरीर में काफी दर्द होता है और कमजोरी भी आपको महसूस होने लगती है। यही वजह है कि ज्यादातर लोगों को इस दौरान नहाने की इच्छा नहीं होती। अगर आप फीवर में भी बिना नहाए नहीं रह सकते तो आप नहा सकते हैं। इसमें कोई घबराने वाली बात नहीं है बल्कि आप चाहे तो ठंडे पानी से नहाने के बजाय आप गुनगुने पानी का इस्तेमाल कर सकते है। क्योंकि गुनगुने पानी से नहाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और शरीर का बढ़ा हुआ तापमान भी कम हो सकता है।
नहीं नहाए तो क्या करें?
अब एक सवाल यह भी उठता है कि अगर आप नहा नहीं पाते तो आप ऐसी स्थिति में एक तौलिया लेकर उसे ठंडे पानी में भिगो लें। फिर तौलिए से अपना शरीर को पोंछ लें। इससे न नहाने की आपकी दिक्कत भी दूर हो जाएगी और बुखार में आराम भी मिलेगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि तौलिए को भिगोने के लिए बर्फ वाले पानी का इस्तेमाल भूले से भी न करें। क्योंकि फिर इससे आपका बुखार बढ़ सकता है।