Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. जोधपुर सेंट्रल जेल में इस्‍लाम धर्म नहीं कबूलने पर एक हिन्‍दू कैदी पर हमला,हाथ और पसलियों में कई फ्रैक्‍चर, जेलर पर लगे गंभीर आरोप

जोधपुर सेंट्रल जेल में इस्‍लाम धर्म नहीं कबूलने पर एक हिन्‍दू कैदी पर हमला,हाथ और पसलियों में कई फ्रैक्‍चर, जेलर पर लगे गंभीर आरोप

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

Jodhpur News.जोधपुर के सेंट्रल जेल से एक बड़ी खबर सामने आई है,जोधपुर सेंट्रल जेल में धर्म परिवर्तन को लेकर एक हिन्दू कैदी पर हमला किया गया है, जोधपुर सेंट्रल जेल के एक वार्ड में धर्म परिवर्तन का दबाव देकर एक कैदी के साथ काफी मारपीट की गई है,इस हमले में पीड़ित के हाथ और पसलियों में फ्रैक्‍चर आया है,हमले में घायल कैदी सुभाष बिश्‍नोई ने बताया कि उसपर लगातार इस्‍लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा था.

पढ़ें :- जेद्दाह से दिल्ली जा रहे Indigo flight की जोधपुर में इमरजेंसी लैंडिंग, महिला यात्री की तबीयत बिगड़ने से हुई मौत

इसके साथ ही उसे जेल में हिन्‍दू विरोधी किताबें भी पढ़ने को दी जाती थीं,आरोप है कि जब उसने मुसलमान बनने से इनकार कर दिया तो अतंकवादी गतिविधियों में लिप्‍त होने के आरोप में जेल में बंद 6 कैदियों ने उसपर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.इस घटना के बाद सुभाष का पहले जेल की डिस्पेंसरी में इलाज किया गया,उसके बाद देर शाम पीड़ित कैदी को इलाज के लिए जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया. घायल कैदी की एक्स-रे सहित अन्य जांच की गई. पीड़ित कैदी के हाथ, मुंह और पसलियों में चोटें आई हैं. फिलहाल जेल प्रशासन ने इस घटना की पुष्टि नहीं की है.

हमले में घायल कैदी सुभाष ने बताया, ‘मैं 3 दिन से जेल प्रशासन से मौखिक शिकायत कर रहा था. इसकी लिखित शिकायत देने के लिए मैं 3 दिन से कागज और कलम की मांग कर रहा था, लेकिन मुझे नहीं दिया गया. बार-बार कहने पर भी मेरा बैरक नहीं बदला गया. जेल प्रशासन ने आश्वासन देते हुए कहा कि मेरी सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है. मैं जेलर के आश्वासन पर निश्चिंत हो गया.’ पीड़ित ने आगे बताया कि जेल सुबह 7 बजे खुलती है और 11 बजे बंद हो जाती है. वह शनिवार रात से रविवार सुबह 11 बजे तक जेल बैरक में बंद था. सुबह 11 बजे आरोपी कैदियों को बंद किया जा रहा था. इसके बाद उन्‍हें खोला गया.

कैदी सुभाष ने बताया कि जब वह उन लोगों के पास से निकल रहा था तो वकार, अशरफ सहित अन्य कैदियों ने उसपर अचानक हमला कर दिया. इसमें उसके कंधे और नाक पर चोटें आई हैं. जिन कैदियों ने सुभाष पर हमला किया, बताया जा रहा है कि उन्हें एटीएस ने आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्‍त होने के आरोप में लगभग 8-10 साल पहले गिरफ्तार किया था. पीड़ित कैदी ने बताया कि जेल के 15 नम्बर वार्ड में हिंदू धर्म विरोधी और इस्लाम सम्बंधित किताबें पढाई जा रही थीं. जेलर को 3 दिन से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. सुभाष का आरोप है कि ये लोग कैदियों को हिंदू धर्म विरोधी किताबें पढ़ा रहे हैं. जेल में हिंदू विरोधी माहौल बनाया जा रहा है.

पढ़ें :- Punjab News: वाघा बॉर्डर पर ऑटो रिक्शा से गिरकर 28 साल की टूरिस्ट युवती की मौत, स्नैचर का शिकार बनी टूरिस्ट
Advertisement