मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के बिलारी कोतवाली पुलिस ने 19 साल के युवक सोनू की हत्या का खुलासा करते हुए उसकी हत्या करने के आरोप में आईआईटी में पढ़ने वाली छात्रा मेहनाज व उसके भाई सद्दाम और दोस्त रिज़वान को गिरफ्तार किया है।
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पूरा मामला
आपको बता दें कि मुरादाबाद के बिलारी कोतवाली इलाके में रहने वाले साबिर ने पुलिस को सूचना दी के उनका 19 वर्षीय पुत्र सोनू बाइक लेकर घर से निकला था, वो वापस नही लौटा है, उसका फ़ोन भी ऑफ़ आ रहा है। पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कर गुमशुदा सोनू की तलाश शुरू कर दी, सोनू की गुमशुदगी के दो दिन बाद पड़ोसी जनपद रामपुर के सैफनी थाना इलाके के एक खेत में एक सर कटा शव मिलने की सूचना पर बिलारी पुलिस ने गुमशुदा सोनू के परिजनों से बिना सर के मिले धड़ की पहचान करने के लिएं बुलाया, तो सोनू को परिजनों ने बिना सर के मिले धड़ की” शिनाख्त अपने बेटे सोनू के रूप में की, पुलिस ने सोनू के परिजनों से किसी से रंजिश के बारे में पूछा तो उन्होंने किसी भी रंजिश से इंकार कर दिया, इसी दौरान पुलिस ने सोनू के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाल कर जांच की तो पता चला कि सोनू की आखरी बार बात बिलारी कोतवाली इलाके में जहां सोनू की ननिहाल थी वहां की रहने वाली मेहनाज नाम की लड़की से हुई थी, पुलिस ने इसी आधार पर जब मेहनाज से पूछताछ करनी चाही तो वो सोनू से बात करने से ही इंकार करने लगी, पुलिस ने महिला पुलिस की मदद से मेहनाज को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उसने पुलिस के सामने पूरी कहानी बता दी।
मेहनाज ने बताया कि कॉलेज जाते समय मृतक सोनू से उसकी जान पहचान हुई थी सोनू ने उसके कुछ फोटो भी अपने मोबाइल फोन से ले लिए थे जिसके बल पर वह उसे मिलने के लिए बुला रहा था, लगातार उसके परेशान करने से वह तंग आ गई थी, इसकी जानकारी उसके भाई सद्दाम को भी लग गई थी, तब उसके भाई ने उससे जानकारी की तो उसने अपने भाई को सब सच सच बता दिया कि सोनू उसे ब्लैकमेल कर रहा है और मिलने के लिए बार-बार बुला रहा है।
इसके बाद सद्दाम ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक साजिश रची और 9 सितंबर को सोनू को सैफनी रोड मिलने के लिएं मेहनाज से कॉल कर बुलवाया, जब सोनू मेहनाज से मिलने पहुंचा तो मेहनाज सोनी से बातें करते-करते ईख के खेत में ले गई जहां पीछे से पहुंचे मेहनाज के भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिज़वान ने सोनू को जमीन पर गिरा दिया और फिर उसको रस्सी से बांधकर चाकू से गला काटकर हत्या कर उसका सर धड़ से अलग कर दिया और उसका मोबाइल फोन तोड़कर उसको निर्वस्त्र कर उसके चप्पल उसके कपड़े और उसका सर एक थैली में रखकर और अपने खून से सने कपड़े उतारकर साथ लाए दूसरे कपड़े पहनकर घटना स्थल से 2 किलोमीटर दूर सैफनी कस्बे के ट्रांचिंग ग्राउंड में पहुंचे जहां पूरे सेफनी इलाके का कूड़ा लाकर डंप किया जाता है वहां पर सब सामान फेंककर फिल्मी स्टाइल में बाईक से पेट्रोल निकालकर सबूत मिटाने के लिए सारा सामान जला दिया और घर चले गए।
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सद्दाम और उसकी बहन को लगा होगा कि फिल्मी स्टाइल में सोनू की बहुत ही सफाई से हत्या कर उन्होंने सभी सबूत को मिटा दिए हैं। लेकिन कहते हैं कि अपराधी कितना ही शातिर क्यूं ना हो, वो कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है। यहां भी मेहनाज और उसके भाई सद्दाम से गलती हो गई और उन्होंने मृतक सोनू को आखिरी बार अपने ही मोबाइल फोन से कॉल कर बुला लिया था, जिसकी वजह से पुलिस को इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने में आसानी हुई।