दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नजफगढ़ नाले की सफाई पर जरा भी गंभीर नहीं है, जो दिल्ली में यमुना नदी को प्रदूषित करने का सबसे बड़ा कारण है। पिछले 9 वर्षों के दौरान केजरीवाल सरकार ने 705 करोड़ का बजट आवंटित किया। बावजूद इसके नजफगढ़ नाले की सफाई के लिए कुछ नहीं किया।
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नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नजफगढ़ नाले की सफाई पर जरा भी गंभीर नहीं है, जो दिल्ली में यमुना नदी को प्रदूषित करने का सबसे बड़ा कारण है। पिछले 9 वर्षों के दौरान केजरीवाल सरकार ने 705 करोड़ का बजट आवंटित किया। बावजूद इसके नजफगढ़ नाले की सफाई के लिए कुछ नहीं किया।
वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना नदी में प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार को ठहराया जिम्मेदार
इसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आदेश दिया, जिसमें दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को नजफगढ़ ड्रेन और यमुना सफाई पर समिति की अध्यक्षता करने के लिए कहा गया। एनजीटी के आदेश के तुरंत बाद उपराज्यपाल ने सख्ती से नजफगढ़ नाले की सफाई का काम अपने हाथ में ले लिया और बदलाव दिखने भी लगा था, लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई और उपराज्यपाल की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने के एनजीटी के आदेश को खारिज करवा दिया।
श्री सचदेवा ने कहा कि इसके बाद जुलाई 2023 से नजफगढ़ नाले की सफाई का काम रुका हुआ है। अब नजफगढ़ नाला सिग्नेचर ब्रिज के पास यमुना में गिरता है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि नजफगढ़ नाला सफाई परियोजना अटक गई है। क्योंकि केजरीवाल सरकार ने इसकी सफाई समिति की अध्यक्षता के लिए कानूनी लड़ाई तो लड़ी लेकिन अध्यक्षता मिलने के बाद उन्होंने इस पर काम बंद कर दिया है। श्री सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार एक गैरजिम्मेदार सरकार है जो शक्तियां तो चाहती है लेकिन जिम्मेदारी से भागती है।