आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष पीएम मोदी को हराने के लिए सारे जोड़तोड़ अपना रहा है। विपक्ष की पूरी कोशिश है कि इस बार भाजपा को सत्ता में आने से रोक दिया जाए।
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पटना। आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष पीएम मोदी को हराने के लिए सारे जोड़तोड़ अपना रहा है। विपक्ष की पूरी कोशिश है कि इस बार भाजपा को सत्ता में आने से रोक दिया जाए।
इसी सिलसिले में पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक से पहले मंगलवार की सुबह 9:30 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चेन्नई जाएंगे। 20 जून को बिहार के सीएम नीतीश तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उन्हें विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने का न्योता देंगे। बैठक से पहले दोनों सीएम के बीच होने वाली मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है।
महागठबंधन के नेता इसे विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश को एक अहम कड़ी मान रहें हैं। वहीं, बीजेपी इस बैठक को लेकर लगातार सवाल खड़ा कर रही है। नीतीश कुमार के चेन्नई दौरे को लेकर RJD नेता और पूर्व मंत्री विजय प्रकाश इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप मे देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन बीजेपी को देश की सत्ता से बाहर करके दम लेगी। RJD नेता ने कहा कि बीजेपी देश को बर्बाद कर रही है। गंगा सफाई के नाम पर देश को दूषित कर रही है।
देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद से बीजेपी को कैसे हटाया जाए। हम लोग सीएम नीतीश कुमार की अगुआई में लगातार इस पर काम कर रहे हैं। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नीतीश कुमार की मुहिम रंग लाने लगी है। वे देशभर के भाजपा विरोधी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। पटना में विपक्ष के बड़े नेताओं के साथ बैठक होने वाली है।
इस बैठक में आगे की रणनीति तय होगी और रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश का आम चुनाव देश के असल मुद्दे पर लड़ी जाएगी। विपक्षी एकता को लेकर देश के अंदर लोगो में खासा उत्साह है। इसका नतीजा बेहतर होगा।