निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा, जिनकी पिछले साल एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी ने विरोध और हिंसा को जन्म दिया था, अब उनको गन रखने का लाइसेंस दिया गया है। उनके खिलाफ 8 राज्यों में 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया है।
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Prophet Mohammed row: निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा, जिनकी पिछले साल एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी ने देशभर में विरोध और हिंसा को जन्म दिया था, अब उनको गन रखने का लाइसेंस दिया गया है। बता दें कि उनको पैगम्बर पर विवादित बयान के बाद लगातार जान से मारने कि धमकी मिल रही थी। दरअसल, 26 मई 2022 को एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगम्बर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान दिया था जिसे लेकर की जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए थे और नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग उठी थी। साथ ही सर तन से जुदा की धमकी दी गई थी।
नूपुर शर्मा को मिलने लगी थी जान से मारने की धमकी
जून 2022 में एक समाचार चैनल पर बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी की। पैगंबर पर नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी के बाद भारत कर तमाम मुस्लिम संगठन समेत मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों ने नेता के बयान की निंदा की। मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों ने औपचारिक तौर पर इस बयान पर विरोध दर्ज कराया था। जिसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया। इस घटना के बाद नूपुर शर्मा और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं।
नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में कई हिसंक घटनाएं
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी विवाद ने देश में कई हिंसक घटनाओं को जन्म दिया, जिसमें नूपुर शर्मा का समर्थन करने के मुद्दे पर राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की हत्या भी शामिल है। 48 वर्षीय कन्हैया लाल (दर्जी) की 28 जून को उनकी दुकान के अंदर एक धारधार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने दावा किया था कि उन्होंने इस्लाम के कथित अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी।