राजस्थान में मौसम बदलने की संभावना: चार जिलों में बारिश की संभावना
पढ़ें :- राजस्थान में अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए नया कड़ा कानून, आजीवन कारावास तक सजा का प्रावधान
राजस्थान में आज शाम से मौसम बदलने की संभावना है। चार जिलों, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में मौसम का बदलाव अनुमानित है। इन जिलों में दोपहर के बाद बादलों की छानबीन के साथ बारिश की संभावना भी है।साथ ही, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के 17 जिलों में भी मौसम विभाग ने आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। यह संकेत दिखाता है कि राजस्थान के अन्य क्षेत्रों में भी मौसम में परिवर्तन की संभावना है।
यह मौसम का बदलाव न केवल लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित करेगा, बल्कि कृषि और अन्य सेक्टरों पर भी असर डालेगा। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है और संभावित आंधी और बारिश के लिए आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक : राजस्थान में सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र में विक्षोभ सक्रिय होगा। इस क्षेत्र में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनेगा, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर बनेगा। इससे बादल छाने और बारिश की संभावना है, विशेषकर मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान में।
पढ़ें :- प्रधानमंत्री 9 दिसंबर को राजस्थान और हरियाणा का करेंगे दौरा, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल के मुख्य परिसर की रखेंगे नींव
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस सिस्टम का असर आज शाम को देखने को मिल सकता है। राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में दोपहर के बाद हल्के बादल छाने की संभावना है, और कहीं-कहीं धुलभरी हवा भी चल सकती है।इस मौसमी बदलाव के बारे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, और आवश्यकता के अनुसार आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं।
कल कई राज्यों में बदलने मौसम का मिजाज
राजस्थान में कई राज्यों में कल मौसम में बदलाव की संभावना है। जयपुर मौसम केन्द्र से जारी फोरकास्ट के मुताबित, 26 अप्रैल को बीकानेर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, गंगानगर, उदयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर, बांरा और बांसवाड़ा शहरों में धुलभरी हवाएं चल सकती हैं। साथ ही, इन शहरों में दिन में बादल छाने के साथ हल्की बारिश की संभावना भी है।
इस मौसम के बदलाव के माध्यम से, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। धुलभरी हवाओं और अनुमानित बारिश के बारे में जानकारी प्राप्त करके, वे अपने कार्यक्रमों को अनुकूलित कर सकते हैं और संभावित तकनीकी और सुरक्षा के लिए तैयार रह सकते हैं।