Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. क्षेत्रीय
  3. पात्रा चॉल मामला: शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ाई गई, जाने क्या है पूरा मामला

पात्रा चॉल मामला: शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ाई गई, जाने क्या है पूरा मामला

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

Patra Chawl Land Scam Case: शिवसेना सांसद संजय राउत को नहीं मिली राहत, दो महीने से अधिक समय से जेल में बंद शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। इससे पहले कोर्ट ने 4 अक्टूबर को शिवसेना नेता को 10 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया था। राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1 अगस्त को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनको गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में गिरफ्तार किया था।

पढ़ें :- मिग-21: भारतीय आसमान का शेर, जिसने दुश्मनों को कांपने पर मजबूर किया, अब इतिहास का हिस्सा

जाने पूरा मामला
1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में छह घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने कहा कि राउत ने धोखाधड़ी करने में आरोपी की मदद की और बदले में अलग-अलग तरीकों से 1.06 करोड़ रुपये शिवसेना नेता और उनकी पत्नी वर्षा राउत को दिए। स्तावेजों के मुताबिक, राउत के दोस्त और मुख्य आरोपी प्रवीण राउत ने कथित तौर पर घोटाले में 112 करोड़ रुपये कमाए।

प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पात्रा चॉल मामले में शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ दायर की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कई खुलासे किए हैं. ईडी ने खुलासा किया है कि इस मामले के आरोपी राकेश वाधवन, सारंग वाधवन और प्रवीण राउत ने मिलीभगत कर मनी लॉन्ड्रिंग की और इसका पैसा संजय राउत को भी भेजा जाता था. इसके साथ ही ईडी ने अपनी जांच में यह भी पाया कि संजय राउत ने इस पूरे घोटाले के दौरान संपत्ति खरीदी और इन पैसों का इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत काम के लिए भी किया. प्रवीण राउत ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन से पैसे लेकर संजय राउत को दिए थे।

आपको बता दें कि, पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरूआत साल 2007 में हुई थी. महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) के साथ प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया. इस घोटाले में करीब 1034 करोड़ रुपये की हेराफरी का आरोप है. संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत भी इस मामले का आरोपी है. इस कंस्ट्रक्शन कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है. ये कंपनी प्रवीण राउत की है जिसमें पात्रा चॉल के अंदर 3 हजार फ्लैट बनाए जाने थे और जिसमें से 672 फ्लैट चॉल के निवासियों को मिलने थे. हालांकि कंपनी ने प्राइवेट बिल्डरों को जमीन बेच दी.

पढ़ें :- लालू परिवार में फूट: रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी सहित अन्य सदस्यों को किया अनफॉलो, राजनीतिक अटकलें तेज़
Advertisement