उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद से बड़ी खबर आ रही है। सुल्तानपुर ज्वैलरी डकैती कांड में शामिल आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। मुठभेड़ सोमवार सुबह अचलगंज थाना क्षेत्र के कुलुहागढ़ा में हुई।
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उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद से बड़ी खबर आ रही है। सुल्तानपुर ज्वैलरी डकैती कांड में शामिल आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। मुठभेड़ सोमवार सुबह अचलगंज थाना क्षेत्र के कुलुहागढ़ा में हुई। आरोपी की पहचान अमेठी निवासी अनुज प्रताप सिंह के रूप में हुई है। उस पर एक लाख का इनाम था। STF ने मंगेश यादव के बाद सोमवार तड़के 1 लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को सोमवार को उन्नाव में मार गिराया। बता दें STF ने अनुज को घेरा, तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में STF की गोली उसके सिर में लगी। गोली लगते ही वह गिर गया। उसे जिला अस्पताल लाया गया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 25 साल का अनुज प्रताप सिंह अमेठी जिले के मोहनगंज तहसील के जनापुर गांव का रहने वाला था। ज्वेलरी शॉप में लूट करते हुए अनुज का सीसीटीवी डीजीपी ने जारी किया था। सुल्तानपुर में भरतजी ज्वेलर्स शॉप पर 28 अगस्त को दिनदहाड़े डकैती हुई थी। बदमाश 1 करोड़ 35 लाख की ज्वेलरी लूट ले गए। इसमें अब तक मंगेश यादव और अनुज सिंह एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। 3 बदमाशों को पैर में गोली मारकर पकड़ा गया। 4 आरोपी और गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अभी 3 फरार हैं।
वही अब ASP उन्नाव अखिलेश सिंह ने बताया- सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर डकैती का आरोपी अनुज उन्नाव में छिपा है। STF के साथ आरोपी की तलाश शुरू की। मुखबिर को एक्टिव किया। अचलगंज क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। आरोपी ने खुद को घिरा देखकर टीम पर गोली चलानी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग की। इसमें उसे गोली लग गई। मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ। दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। 11 दिन पहले यूपी पुलिस ने डकैती का नया सीसीटीवी जारी किया था। इसमें पुलिस ने दावा किया कि अनुज सिंह ने दुकान के अंदर लूट की थी। हालांकि, हेलमेट लगाए होने की वजह से सीसीटीवी में अनुज का चेहरा नहीं दिख रहा है। सफेद शर्ट में अनुज हाथ में तमंचा लिए है। बार-बार दुकान मालिक को दिखाकर धमका रहा है। इसके अलावा अलमारी से पैसे निकाल रहा है। डकैती कांड में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक आरोपी ने सरेंडर किया। अनुज और मंगेश को मुठभेड़ में मार गिराया गया। अभी 3 बदमाशों की गिरफ्तारी होनी है। 29 अगस्त को हुई डकैती में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी 2 सितंबर की रात की थी। कोतवाली इलाके में सचिन सिंह, त्रिभुवन और पुष्पेंद्र सिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। तीनों के पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने दावा किया था कि इनके पास से लूटी हुई 15 किलो चांदी बरामद हुई। 2 दिन बाद 5 सितंबर की सुबह STF ने इस लूटकांड में शामिल मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था। मंगेश यादव भी जौनपुर का रहने वाला था। STF के मुताबिक, मंगेश के पास से 5 किलो चांदी बरामद की गई थी। फिर 11 सितंबर को अयोध्या में दुबेपुर मोड़ से एक-एक लाख के इनामी चार बदमाशों को पकड़ा। इनके नाम दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव, विवेक सिंह हैं। इनके पास से एक करीब डेढ़ किलो सोना बरामद किया। इसके बाद, डकैती की वारदात के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने 29 सितंबर को रायबरेली में सरेंडर किया था। विपिन के घर से एक किलो 218 ग्राम सोना बरामद किया था।