नई दिल्ली। भारत ने 19 नवंबर को बाकू, अज़रबैजान में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में सीओपी-29 के दौरान उच्चस्तरीय मंत्रिस्तरीय वार्ता जलवायु परिवर्तन अनुकूलन में एक वक्तव्य दिया। इसमें लिखा है, “विकसित देशों के ऐतिहासिक उत्सर्जन के कारण विकासशील देश जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को झेल रहे हैं।

