देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार में शनिवार को पहली बार अद्भुत सामगान हुआ। यहां सिख समाज एवं सनातन संस्कृति का अनोखा समागम हुआ। निहंग समाज के बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर वाले के नेतृत्व में शांतिकुंज पहुचे 45 निहंग सिखों के जत्थे ने पांच कुण्डीय यज्ञ भी किया।
Updated Date
हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार में शनिवार को पहली बार अद्भुत सामगान हुआ। यहां सिख समाज एवं सनातन संस्कृति का अनोखा समागम हुआ। निहंग समाज के बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर वाले के नेतृत्व में शांतिकुंज पहुचे 45 निहंग सिखों के जत्थे ने पांच कुण्डीय यज्ञ भी किया।
समागम का शुभारंभ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या एवं फकीर सिंह खालसा के आठवें वंशज निहंग समाज के प्रतिनिधि बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर ने सयुंक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया। समापन से पूर्व राज्यपाल ने प्रज्ञागीतों का (कुमांउनी), ई न्यूज लेटर रिनांसा, धन्वंतरी पत्रिका, संस्कृति संचार आदि का विमोचन किया।