पश्चिम बंगाल में वक्फ प्रोटेस्ट के दौरान हुई हिंसक घटनाओं पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक जनसभा में उन्होंने कहा, "लातों के भूत बातों से नहीं मानते", जिससे उनका इशारा कानून व्यवस्था की सख्ती की ओर था। इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
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नई दिल्ली/कोलकाता – पश्चिम बंगाल में बीते दिनों वक्फ संपत्तियों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर सख्त शब्दों में अपनी बात रखी और सीधे तौर पर हिंसा करने वालों को चेतावनी दे डाली।
योगी आदित्यनाथ ने कहा – “लातों के भूत बातों से नहीं मानते।” उनका यह बयान सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में ज़बरदस्त चर्चा का विषय बन गया है।
वक्फ बोर्ड से जुड़ी संपत्तियों पर कब्जे और सरकारी कार्रवाई को लेकर बंगाल में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस पर भी पथराव हुआ।
इन घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “बंगाल में जिस तरह की अराजकता फैलाई जा रही है, वह स्वीकार्य नहीं है। भारत कानून से चलता है, ना कि भीड़तंत्र से।”
योगी आदित्यनाथ के बयान, “लातों के भूत बातों से नहीं मानते,” को उनके कड़े प्रशासनिक रवैये और ‘जीरो टॉलरेंस फॉर क्राइम’ की नीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह बयान ना सिर्फ बंगाल की स्थिति पर केंद्रित था, बल्कि यह देश भर में चल रही ‘भीड़ आधारित राजनीति’ के प्रति एक कड़ा संदेश भी माना जा रहा है।
बयान के तुरंत बाद टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) ने इसका विरोध किया और कहा कि योगी आदित्यनाथ को अपने राज्य पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, भाजपा नेताओं ने सीएम योगी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि “देश को ऐसे ही स्पष्ट नेतृत्व की जरूरत है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ का यह बयान लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनज़र रणनीतिक तौर पर दिया गया है। उनके बयान ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने का काम किया है, खासकर बंगाल में भाजपा के लिए जमीन तैयार करने के लिहाज़ से।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद #CMYogiOnBengal, #BengalViolence, #LawAndOrder, और #WaqfProtest जैसे हैशटैग ट्विटर और फेसबुक पर ट्रेंड कर रहे हैं। कई लोग योगी की स्पष्टवादिता की सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ यूज़र्स इसे संवेदनशील बयान बता रहे हैं।
हाल ही में वक्फ संपत्तियों की निगरानी और अवैध कब्जे हटाने को लेकर बंगाल सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव पैदा हुआ। इन प्रदर्शनों ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया, जिससे कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
CM योगी आदित्यनाथ ने इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “जहां कानून का डर खत्म हो जाता है, वहां अराजकता जन्म लेती है।”