नगर पंचायत प्रशासन के तुगलकी आदेश से 54 कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं। कर्मचारियों ने कार्यालय में ताला लगाकर धरना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को भी सभी धरने पर बैठे रहे।
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बहराइच । नगर पंचायत प्रशासन के तुगलकी आदेश से 54 कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं। कर्मचारियों ने कार्यालय में ताला लगाकर धरना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को भी सभी धरने पर बैठे रहे। सभी पुनः रखे जाने की मांग कर रहे हैं। मालूम हो कि एक मार्च 2021 से सभी कर्मचारी काम कर रहे थे।
नगर पंचायत पयागपुर में दो वर्ष से काम कर रहे 54 कर्मचारियों को नगर पंचायत प्रशासन ने हटा दिया है। इन सभी कर्मचारियों का नवीनीकरण मार्च माह से नहीं किया गया है।
जिले के पयागपुर को ढाई वर्ष पूर्व नगर पंचायत का दर्जा दिया गया था। नगर पंचायत में विभिन्न पदों के लिए टेंडर के द्वारा 60 से अधिक कर्मचारी रखे गए थे। इन कर्मचारियों द्वारा नगर के विभिन्न मोहल्लों में साफ-सफाई, जल निकासी व पेयजल की सुविधा देखी जा रही थी।
लेकिन दो वर्ष बाद इन सभी कर्मचारियों को नगर पंचायत प्रशासन द्वारा हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है। इन कर्मचारियों का नवीनीकरण नहीं किया गया है। इसकी जानकारी जब कर्मचारियों को गुरुवार को हुई तो सभी धरने पर बैठ गए।
कार्यालय सहायक से लेकर के ऑपरेटर तक के सभी कर्मचारियों को हटा दिया गया है। एक साथ 54 कर्मचारियों को नगर पंचायत से निकाले जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कर्मचारियों ने कार्यालय में ताला लगाकर धरना शुरू कर दिया है शुक्रवार को भी सभी धरने पर बैठे रहे।
इन कर्मचारियों को निकाला गया काम से
नगर पंचायत में काम करने वाले कौशल त्रिपाठी कार्यालय सहायक, मयंकर शुक्ला, अभिषेक शुक्ला, शोभित पांडे ,बृज किशोर त्रिपाठी, आनंद कुमार, नरेंद्र शुक्ला कार्यालय ऑपरेटर, सदानंद शुक्ला सफाई नायक, अखिलेश तिवारी लाइनमैन ,अंकित तिवारी कार्यालय सहायक, हरीश त्रिपाठी सफाई नायक, सत्येंद्र कुमार ड्राइवर ,लालजी तिवारी लाइनमैन, सफाई कर्मी, विमल सिंह सफाई कर्मी, जयप्रकाश सफाई कर्मी, श्रीवास्तव सफाई कर्मी, प्रमोद वर्मा सफाई कर्मी, रवि सफाई कर्मी, गुड्डू सफाई कर्मी, राय प्रसाद सफाई कर्मी, संजू सफाई कर्मी, शुक्ला सफाई नायक, भोलानाथ सफाई कर्मी, ब्रजेश कुमार ड्राइवर, दर्शन,राम अक्षयबर समेत अन्य शामिल रहे।