भारत विकास परिषद ने अपना 62वां स्थापना दिवस अपने संस्थापक डॉ. सूरज प्रकाश के जन्मदिवस (27 जून) पर शुरू हुए सेवा पखवाड़े के तहत स्थापना दिवस (10 जुलाई) पर समापन समारोह के रूप में दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में धूमधाम से मनाया। परिषद की स्थापना 1963 में भारतीय समाज का सर्वांगिण विकास करने के उद्देश्य से हुई।
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नई दिल्ली। भारत विकास परिषद ने अपना 62वां स्थापना दिवस अपने संस्थापक डॉ. सूरज प्रकाश के जन्मदिवस (27 जून) पर शुरू हुए सेवा पखवाड़े के तहत स्थापना दिवस (10 जुलाई) पर समापन समारोह के रूप में दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में धूमधाम से मनाया। परिषद की स्थापना 1963 में भारतीय समाज का सर्वांगिण विकास करने के उद्देश्य से हुई।
भारत विकास परिषद समाज के प्रबुद्ध, संपन्न एवं प्रभावी व्यक्तियों का एक राष्ट्रीय, अराजनीतिक, सामाजिक ,सांस्कृतिक व निस्वार्थ संगठन है, जो अपने सदस्यों के माध्यम से समाज के वंचित वर्ग, असमर्थ एवं अशिक्षित वर्ग के प्रति सेवा कर नवीन पीढ़ी में देशभक्ति के संस्कारों, नि:स्वार्थ सेवा को सुसंस्कारित करता है जो राष्ट्र के निर्माण के महान कार्य में निरंतर सक्रिय है। वर्तमान में देश के सभी प्रदेशों में 1,600 से अधिक शाखाएं एवं 84,000 से अधिक सदस्य परिवार परिषद के माध्यम से राष्ट्र सेवा में संलग्न हैं।
डा. सूरज प्रकाश जी के जन्मदिवस (27 जून) से भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस (10 जुलाई) के मध्य आयोजित सेवा पखवाड़े के तहत देशभर में परिषद की विभिन्न शाखाओं में सेवा, संपर्क और संस्कार से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जैसे ब्लड डोनेशन कैंप, सिलाई मशीन वितरण, दिव्यांग सहायता शिविर,एनीमिया एवं कुपोषण मुक्त अभियान, जरूरतमंद छात्रों को सहयोग (किताबें यूनिफार्म, छात्रवृति इतियादी), पर्यावरण से सम्बंधित जल संरक्षण, जैविक खाद, प्रदूषण मुक्त जगरूकता अभियान एवं पौधरोपड़ अभियान इत्यादि। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग – नितिन गडकरी रहें।
नितिन गडकरी ने डोमेस्टिक हैप्पी ह्यूमन इंडेक्स का महत्व बताते हुए कहा कि किस तरह e -rickshaw के शुरुआत से सामाजिक मानवीय शोषण की प्रथा का भारत में अंत हुआ। भारत विकास परिषद के कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि सबका सपना देश का विकास होकर देश को विश्व गुरु बनाने के साथ सुखी, समृद्ध व आतंक और भय से मुक्त भारत बनाना है।
दिनदयाल उपाध्याय, राम मनोहर लोहिया, स्वामी विवेकानंद, गौतम बुद्ध जैसे महापुरुषों को किया याद
उन्होंने दिन दयाल उपाध्याय, राम मनोहर लोहिया, स्वामी विवेकानंद, गौतम बुध जैसे महापुरुषों को याद करते हुए हमारी सांस्कृतिक समानता की महत्ता पर जोर डाला जो हमें आने वाले समय में महान देश बनने में सहायक होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि केवल विकास और संपत्ति (development and wealth) जरूरी नहीं है। जरूरत है अपनी संस्कृति और मानवता के विकास को समझने की।
भारत के नवनिर्माण में जुटा है भारत विकास परिषद
कार्यक्रम में भारत विकास परिषद राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश जैन का सानिध्य रहा। जिन्होंने सभी महानुभावों का स्वागत किया करते हुए बताया कि किस तरह भारत विकास परिषद भारत के नवनिर्माण में जुटा है। भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय चेयरमैन व कार्यक्रम के संयोजक कर्नल सिंह ने आखिर में धन्यवाद प्रस्ताव दिया।स्थापना दिवस के कार्यक्रम में दिल्ली एवं आसपास से लगभग 1000 से ज्यादा प्रबुद्ध उद्योगपति एवं व्यवसायी, समाजसेवी, विश्विद्यालयों से शिक्षक, डॉक्टर्स, अधिवक्ताओ का आगमन हुआ और परिषद के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा से परिषद के कार्यों को बढ़ाने के लिए विशिष्ट वक्ताओं का मार्गदर्शन मिला।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के निवेदक के रूप मे क्षेत्रीय अध्यक्ष विनीत गर्ग, क्षेत्रीय महासचिव राजकुमार अग्रवाल, क्षेत्रीय संयुक्त महासचिव राकेश शर्मा, अरिहन्त जैन रहे। साथ ही भारत विकास परिषद, दिल्ली प्रांत पूर्व के संरक्षक संजय गोयल, अध्यक्ष अनिल गुप्ता, महासचिव विपुल जैन, वित्त सचिव अनिल अग्रवाल आयोजक की भूमिका में उपस्थित रहे।